हरिद्वार। मेलाधिकारी दीपक रावत ने कुम्भ मेला कार्यों की व्यवस्थाओं की तैयारियों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों से बैरागी, चण्डी टापू आदि में रोड की स्थिति, बिजली, पानी, हाॅस्पिटल आदि के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि बैरागी व चण्डी टापू में रोड तथा अन्दरूनी रोड की मार्किंग कर दी गयी है। विद्युत विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जहां-जहां बिजली के पोल लगने हैं, वे लगा दिये गये हैं। अधिकारियों ने यह भी बताया कि पावनधाम आश्रम के निकट बन रहे हाॅस्पिटल में पानी दे दिया गया है तथा बिजली का संयोजन जल्दी ही कर दिया जायेगा। दीपक रावत ने हरिद्वार के विभिन्न क्षेत्रों में बनने वाले बस अड्डों के बारे में भी जानकारी ली। इस पर अधिकारियों ने बताया कि कार्य प्रगति पर है। मेलाधिकारी ने अधिकारियों से जगजीतपुर में बनने वाले 2000 बेड के हास्पिटल को बिजली, पानी आदि उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में भी चर्चा की। मीडिया सेण्टर के बारे मंे अधिकारियों ने बताया कि मीडिया सेण्टर जल्दी ही बन जायेगा। दीपक रावत ने पानी की लीकेज की चर्चा करते हुये अधिकारियों को निर्देश दिये कि इस कार्य के लिये अलग से एक अधिकारी नामित कर दिया जाये। उन्होंने गौरीशंकर दीप के किनारे पर कुटिया बनाकर जो अतिक्रमण किया गया है, उसको हटाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने अध्किारियों से छावनियों में सुविधायें उपलब्ध कराने, सिंचाई विभाग व पीडब्ल्यूडी के ब्रिजों तथा कहीं-कहीं जो मलबा पड़ा है, उसके निस्तारण के सम्बन्ध में भी जानकारी ली। इस अवसर पर अपर मेला अधिकारी डाॅ0 ललित नारायण मिश्र, हरवीर सिंह, रामजी शरण शर्मा, उप मेला अधिकारी, अंशुल सिंह, किशन सिंह नेगी, दयानन्द सरस्वती, सेक्टर मजिस्टेट अजय वीर सिंह, प्रेमलाल एवं मायादत्त जोशी, अधीक्षण अभियन्ता, तकनीकी प्रकोष्ठ, कुम्भ मेला, हरीश पांगती, विशेषकार्याधिकारी-कुम्भ महेश शर्मा, तहसीलदार मंजीत सिंह, विद्युत, लोक निर्माण, स्वास्थ्य, जल निगम, सिंचाई, सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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