हरिद्वार। कुम्भ मेला 2021 के लिये कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ‘पेंट माय सिटी‘ सिटी कैंपेन का शुभारंभ किया। शुक्रवार को ऋषिकुल तिराहे के समीप एचआरडीए की ओर से आयोजित कैंपेन का दीवार पर पेंट कर शुभारंभ करने के दौरान समस्त नागरिकों को नव वर्ष की शुभकामनाएं दी। कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि कुम्भ मेले के दौरान धर्मनगरी को भव्य, दिव्य रूप सजाया जाएगा। श्रद्धालुओं के मन में आस्था भाव को जागृत करने के उद्देश्य से धार्मिक पौराणिक चित्रों के माध्यम से शहर की सजावट का कार्य किया जा रहा है। इसके तहत धर्मिक आस्था को भव्य, दिव्य और अलौकिक रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। सजावट कार्य का प्रमुख उद्देश्य हरिद्वार, ऊत्तराखण्ड और भारतीय संस्कृति को देश और दुनिया के सामने प्रस्तुत करके कुम्भ मेला की महत्त्ता को स्थापित करना है। कुंभ नगरी हरिद्वार को सुंदर बनाने के लिए मंदिरों, साधु संत व देवी-देवता आदि के चित्र बनाए जा रहे है। ‘कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को शहर के अलग-अलग पर्यटक स्थलों और स्ट्रीट्स पर उत्तराखंड की गढ़वाल व कुमाऊं की सभ्यता और संस्कृति की कलाकृतियां, धार्मिक, आध्यात्मिक और वैज्ञानिक पहलुओं का चित्रण देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि कुम्भ मेला के इंफ्रास्ट्रक्चरल कार्य पुल, सड़क ,सीवरेज, घाट इत्यादि कार्य पूर्णता की तरफ है। एचआरडीए के सचिव हरबीर सिंह एवं अपर मेला अधिकारी ललित नारायण मिश्र ने शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। इस अवसर पर उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के कुलपति डा.सुनील जोशी, कुलसचिव उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय डॉ सुरेश चैबे, ऋषिकुल परिषद निर्देशक डा.अनूप कुमार, पार्षद ललित रावत, निशा नौड़ीयाल, राजेश शर्मा, अनिरुद्ध भाटी, नेपाल सिंह आदि उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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