हरिद्वार। 40वीं वाहिनी पीएसी के मैदान पर अंतर कुम्भ क्रिकेट प्रतियोगिता का अंतिम सेमीफाइनल मैच कुम्भ मेला लाइन पुलिस और 40वीं वाहिनी की टीमों के मध्य हुआ। मैच में कुंभ लाइन की टीम ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी का फैसला किया, जिसके जवाब में 40 पीएसी की टीम द्वारा निर्धारित 20 ओवरों में 158 रन बनाए गए। 40वीं वाहिनी पीएसी की टीम की और से मनीष ने सर्वाधिक 32 रन बनाए। बैटिंग करने उतरी कुंभ लाइन की टीम 19.1 ओवर में 106 रनों पर ऑल आउट हो गई। कुम्भ लाइन की टीम से सर्वाधिक 17 रन अशोकी ने बनाए। शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए 40वीं वाहिनी पीएसी की तरफ से अनूप चंदोला ने सर्वाधिक तीन विकेट लिए तथा कुंभ लाइन की टीम से वीरेंद्र ने सर्वाधिक तीन विकेट लिए। इस प्रकार 40वीं वाहिनी पीएसी ने इस मैच में 52 रनों से जीत दर्ज की। अब कल होने वाले फाइनल मैच में 40वीं वाहिनी टीम की भिड़ंत पहले से ही फाइनल का टिकट कटा चुकी आइआरबी द्वितीय की टीम से होगी।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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