हरिद्वार। जनपद में सोमवार से 6से नोैवी तक के बच्चों के लिए स्कूल खुल जायेंगे,दसवी और बारहवी क्लास के बच्चों के लिए पिछले महीने से ही स्कूल खुले हुये है। स्कूल खोले जाने को लेकर मुख्य शिक्षाधिकारी ने निर्देश जारी करते हुए स्पष्ट कर दिया हैं कि जिन स्कूलों में दो पाली संचालित होते है,वहां सुबह आठ बजे से विद्यालय खुलेंगे,जबकि एक पाली वाले विद्यालयों में सुवह साढे नौ बजे से पाली की शुरूआत होगी। दरअसल सरकार द्वारा 6थी कक्षा तक स्कूलों को खोले जाने के आदेश के बाद जिले के शिक्षकों द्वारा स्कूल खोले जाने के सम्बंध ने विभाग से पूछा जा रहा था कि सरकार द्वारा स्कूलों को खोले जाने के निर्णय के अनुसार स्कूलों का समय और व्यवस्था क्या रहेगी। जिसके सापेक्ष में मुख्य शिक्षाधिकारी हरिद्वार डॉ0 आनंद भारद्वाज द्वारा पत्र जारी किया गया है जिसमे उहोंने कहा है कि कुछ शिक्षकों एवं प्रधानाचार्यो के द्वारा विद्यालय के समय के बारे में पूछा जा रहा था। इस संबंध में शिक्षाधिकारी ने स्पष्ट किया है कि एक पाली वाले विद्यालयों में विद्यालय का समय 9ः30 से 3ः30 बजे तक रहेगा। 1ः30 बजे के बाद बच्चों को घर जाने की अनुमति दे दी जाएगी लेकिन शिक्षक विद्यालय में हीं रहकर उन बच्चों की ऑनलाइन टीचिंग करेंगे जो बच्चे विद्यालय में नहीं आ रहे हैं । जिन विद्यालयों में छात्र संख्या बहुत अधिक है तथा कक्षा कक्ष कम है वहां के प्रधानाचार्य विद्यालय को दो पाली में चलाने का निर्णय ले सकते हैं। दो पाली चलाने की स्थिति में 8ः00बजे से 12ः00बजे तक और 12ः30 बजे से 3ः30 बजे तक विद्यालय चला सकते हैं इसका कड़ाई से पालन करें । ज्ञातव्य है कि उत्तराखंड सरकार की े.व.च. के अनुसार किसी भी अभिभावक को विद्यालय में बच्चे भेजने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा,अभिभावकों के द्वारा यह लिखकर दिए जाने के फलस्वरुप कि “मुझे बच्चे को विद्यालय भेजने में कोई आपत्ति नहीं है तथा मैं बच्चे को विद्यालय भेजने में सहमत हूं” तभी बच्चे को विद्यालय में आने की अनुमति दी जाएगी अतः सभी प्रधानाचार्य पहले दिन आए हुए बच्चों को एक एक कागज पर अभिभावकों की अनुमति का प्रपत्र दे दें जिससे कि वह अपने अभिभावकों से हस्ताक्षर करा कर अगले दिन विद्यालय में जमा कर दे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment