हरिद्वार। कंुभ मेले को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियों में जुट गया है। शुक्रवार को मेलाधिकारी स्वास्थ्य डाॅ.अर्जुन सिह सेंगर ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए मेले के दौरान स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों की जानकारी दी । पत्रकारों को जानकारी देते हुए मेलाधिकारी स्वास्थ्य डा.अर्जुन सिंह सैंगर ने बताया कि कुंभ मेले के लिए सरकार की ओर से 73 करोड़ का बजट स्वास्थ विभाग के लिए स्वीकृति किया गया है। कोविड के मद्देनजर इस बार अतिरिक्त व्यवस्थाएं की गई हैं। उन्होंने बताया कि 2010 कुम्भ में मात्र 300 बैड की व्यवस्था की गई थी। वही इस बार 613 बैड की व्यवस्थ की जा रही है। जिसमे 150 बैड का एक अस्थायी अस्पताल पावन धाम के समीप बनाया जा रहा है। जबकि अन्य कुम्भ मेला क्षेत्र के अलग अलग सेक्टरों में बनाये जा रहे है। मेलाधिकारी स्वास्थ्य ने बताया कि सभी सेंटरों में फ्लू से पीड़ित व्यक्ति की अलग से जांच होगी और कोविड कि जांच के लिए मोबाइल वैन की व्यवस्था रहेगी। उन्होंने बताया कि इसके अलावा 1000 बैड के सीसी सेंटर बनाने के साथ साथ 2000 बैड के सीसी सेंटर की व्यवस्था जगजीतपुर में कई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि मेले के दौरान 130 एम्बुलेंस के साथ 8 बाइक एम्बुलेंस भी तैनात रहेंगी। साथ ही पहली बार बोट एम्बुलेंस की व्यवस्था भी की जा रही है। चिकित्सकों की व्यवस्था के विषय मे उन्होंने बताया कि कुम्भ से पूर्व ही 26 चिकित्सक उपलब्ध हो जाएंगे। साथ ही 50 चिकित्सक हरियाणा सरकार ने देने की बात कही है। इसके अलावा 100 आयुर्वेदिक डॉक्टर भी मेले में अपनी सेवाएं देंगे। उन्होंने बताया कि एम्स के डॉक्टरों के साथ साथ आईएमए के चिकित्सक भी कुम्भ मेले में अपनी सेवाएं देंगे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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