हरिद्वार। रोशनाबाद जेल में रहते हुए इंतजार उर्फ भूरा पहलवान ने सीआईएसएफ के पूर्व दरोगा के साथ मिलकर 6 लाख रुपये की रंगदारी वसूली थी। यह रंगदारी जेल में बंद छात्रवृत्ति घोटाले के आरोपी से ली गई थी। सिडकुल पुलिस ने इस मामले में इंतजार, पूर्व दरोगा समेत 5 के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मंगलवार को इंतजार पहलवान के गुर्गे को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसी गुर्गे के खाते में 4 लाख रुपये डलवाए गए थे। 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी। बीते जनवरी माह में दिल्ली के सर्राफ से जेल में रंगदारी मांगने के मामले का पर्दाफाश होने के बाद एक और नया मामला सामने आया है। बीते सोमवार को रोशनाबाद जेल में छात्रवृत्ति घोटाले की राशि हड़पने के आरोप में सहारनपुर उप्र के कमालपुर छुटमलपुर स्थित कृष्णा आइटीआई के चेयरमैन अनिल सैनी ने अपने बयान में बताया कि इंतजार उर्फ पहलवान उर्फ भूरा और उसके साथियों ने उससे रंगदारी वसूल की थी। 10 लाख रुपये की डिमांड की गई थी। रुपये न देने पर परिवार को मरवाने की धमकी दी थी। विचाराधीन बंदी अनिल सैनी ने अपने भाई की मदद से कुख्यात इंतजार के कहने पर विवेक शर्मा, गौरव और अब्दुल समद को 6 लाख रुपये दिए थे। इसमें से 4 लाख रुपये रुड़की निवासी अब्दुल समद के खाते में डाले थे। नगदी वर्ष 2020 जून में खाते में डाली गई थी। इस पूरे मामले में कुख्यात के साथ हरिद्वार जेल में अपनी पत्नी की हत्या के आरोप में बंद सीआईएसएफ का पूर्व दरोगा सचिन कौशिक भी शामिल था। पूछताछ में माला सामने आने के बाद पुलिस ने बीते सोमवार को आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। मंगलवार को पुलिस ने आरोपी अब्दुल समद पुत्र खालिद निवासी पश्चिमी अंबर तालाब गंगनहर रुड़की को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी इंतजार के संपर्क में बीते कई साल से था। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि आरोपी को जेल भेज दिया गया है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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