हरिद्वार। आद्य जगद्गुरू श्री रामानन्दाचार्य जी 721वीं जयन्ती महोत्सव कोविड19 के नियमों के साथ पूरे श्रद्वा उत्साह के साथ मनाई जायेगी। माघ कृष्ण सप्तमी सं.2077 यानि 04 फरवरी को जयन्ती महोत्सव के मौके पर पूजा अर्चना के बाद भव्य शोभायात्रा निकाली जायेगी। गोकुलधाम आॅवले वाला भूपतवाला से प्रारम्भ होने वाली शोभायांत्रा का शुभारम्भ श्रीनिरंजनी पंचायती अखाड़ा परमाध्यक्ष व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेन्द्र गिरि जी महाराज के द्वारा किया जायेगा। जबकि मुख्य अतिथि उत्तराखण्ड के कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक होंगे। अतिविशिष्ट अतिथि मेलाधिकारी दीपक रावत तथा मेला आईजी संजय गुज्याल के अलावा विशिष्ट अतिथि अपर मेलाधिकारी ललित नारायण मिश्र व हरबीर सिंह होंगे। यह जानकारी देते हुए श्री रामानन्दीय श्री वैष्णव मण्डल रजि.हरिद्वार के अध्यक्ष व उछाली आश्रम परमाध्यक्ष महन्त बिष्णुदास महाराज व सचिव महंत प्रहलाद दास ने दी। शास्त्र और लोकाचार में अदभूत समन्वय स्थापित कर राष्ट्रभक्ति का प्रबल रूप दिखाने वाले आद्यजगद्गुरू श्रीरामानन्दाचार्य जी महाराज की पूजा अर्चना की जायेगी। दोपहर 12 बजे शोभायात्रा गोकुल धाम से प्रारम्भ होकर सूखी नदी खड़खडी,जयराम आश्रम भीमगोड़ा,जोधपुर भवन,हर की पैड़ी,अपर रोड़ कोतवाली नगर के सामने जूना अखाड़ा चैक,श्री सुर्दशन आश्रम,बाल्मीकि चैक,चित्रा टाॅकिज से मोतीराम धाम होती हुई करीब सायं साढे बजे श्रीरामानंद आश्रम महापीठ श्रवणनाथनगर हरिद्वार में आकर सम्पन्न होगी। उन्होने बताया कि विश्वव्यापी महामारी कोविड19 यानि कोरोना को देखते हुए शोभायात्रा के दौरान कोविड19 के नियमों का पूरी तरह से पालन कराया जायेगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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