हरिद्वार। पूर्व सांसद एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कैप्टन सतीश शर्मा की अस्थियां पूरे वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हर की पैड़ी ब्रह्मकुंड पर गंगा में विसर्जित किया गया। अस्थिकलश उनके परिजनों ने विसर्जित किया। गाॅधी परिवार के विश्वासपात्र माने जाने वाले पूर्व सांसद कैप्टन शर्मा का गत दिनों गोवा में निधन हो गया था। कैप्टन सतीश शर्मा की अस्थियों को लेकर उनके बेटे समीर शर्मा परिजनों के साथ हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पहुंचे। जहां उनके तीर्थ पुरोहित पवन पाराशर द्वारा गंगा में अस्थि विसर्जन कार्य संपन्न कराया। कैप्टन सतीश पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के काफी करीबी माने जाते थे और राजीव गांधी ही उन्हें सक्रिय राजनीति में लेकर आए थे। तब से अब तक कैप्टन सतीश ने कांग्रेस का दामन नहीं छोड़ा था। अस्थि विर्सजन के दौरान हरिद्वार कांग्रेस के कई नेता अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में मौजूद रहे। इससे पूर्व स्व. कैप्टन शर्मा को कांग्रेसजनों की ओर से भावपूर्ण श्रद्वांजलि दी गई। श्रद्धांजलि देने वालों में पूर्व पालिकाध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी, ओपी चैहान, राजवीर चैहान, रवि बहादुर, रवि कश्यप, अंशुल श्रीकुंज, रोशन लाल, अनिल शर्मा, आशीष गोस्वामी, मधुकांत गिरी, अम्बिका पांडेय, बीएस तेजियान, उदयवीर सिंह आदि मुख्य रूप से शामिल थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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