हरिद्वार। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं हरिद्वार ने बैठक कर दस दिन में मांगों का निस्तारण न होने पर सीएमओ के घेराव का निर्णय लिया। शनिवार को ऋषिकुल आयुर्वेद विश्वविद्यालय हरिद्वार में प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में मांगों का निस्तारण न किए जाने पर आक्रोश व्यक्त किया गया। जिलाध्यक्ष शिवनारायण सिंह व जिला मंत्री राकेश भंवर ने कहा कि जहां कर्मचारी ने कोरोना काल में अपनी ड्यूटी अग्रिम पंक्ति में रहकर की। लेकिन कर्मचारियों की मांगों का निस्तारण नहीं किया जा रहा है। जबकि संघ और मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरिद्वार की इस संबंध में 23 जनवरी-21 को वार्ता हो चुकी है। जिसमें उन्होंने निस्तारण करने का आश्वासन दिया था। किंतु आज तक किसी भी मांग पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि राज्य कर्मचारियों को आवास आवंटन के लिए गुहार लगानी पड़ रही है। जबकि महिला चिकित्सालय के कर्मियों के आवास क्षतिग्रस्त हो रखे हैं। बैठक में चिकित्सा प्रतिपूर्ति बिल, यात्रा भत्ता, अग्रिम जीपीएफ में विलंब, वर्दी भत्ता वेतन मद में लगाना, इसी तरह आयुर्वेद विश्विद्यालय देहरादून में 21 जनवरी को कर्मचारियों की मांगों के निस्तारण के लिए ऋषिकुल, गुरुकुल के कर्मचारियों के चिकित्सा प्रतिपूर्ति बिलों का भुगतान, समय से वेतन, कर्मियों के पेंशन देयक आदि का समय से भुगतान पर कार्रवाई जल्द करने की मांग की गई। प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा, उपशाखा अध्यक्ष छत्रपाल सिंह चैहान ने कहा कि चिकित्सा कर्मियों की भांति आयुर्वेद के कर्मियों ने भी कोरोना वारियर के रूप में कार्य किया है उन्हें भी 11 हजार रुपये और कोरोना वारियर सम्मान पत्र मिलने हेतु मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है। बैठक में नरेंद्र बागड़ी, मोहित मनोचा, नितिन, अजय, दिनेश ठाकुर, कमल, प्रबल सिंह, राजपाल सिंह, रवि, राकेश, दीपक, नाथीराम, मनोज पोखरियाल, सुदामा जोशी, बृजेश, विमला कैलाशो, ज्योति नेगी, सुरेंद्र, चंद्रप्रकाश आदि बैठक में उपस्थित थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment