हरिद्वार। उत्तराखण्ड स्टेट शूटिंग चैम्पियनशीप में टिहरी विस्थापित कालोनी स्थित खेल इण्डिया शूटिंग ट्रेनिंग एकेडमी के निशानेबाजों ने कई पदक प्राप्त कर जनपद का नाम रोशन किया है। सोमवार को प्रैस क्लब में पत्रकारों को जानकारी देते हुए शूटिंग एकेडमी के अध्यक्ष मदन लाल ने बताया कि 2016 में खेल इण्डिया ट्रस्ट द्वारा हरिद्वार में स्थापित खेल इण्डिया ट्रेनिंग एकेडमी के निशानेबाज लगातार कािर्तमान स्थापित कर रहे हैं। एकेडमी के एक दर्जन से अधिक निशानेबाज राष्ट्रीय स्तर पर अपना नाम दर्ज करा चुके हैं। जल्द ही एकेडमी के कई निशानेबाज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग करेंगे। उन्होंने एक फरवरी से 10 फरवरी तक देहरादून स्थित जसपाल राणा शूटिंग रेंज में आयोजित 19वीं स्टेट शूटिंग चैम्पियनशिप में विभिन्न स्पर्धाओं में पदक जीतने वाले सभी खिलाड़ियों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। कोच बलकार सिंह ने बताया कि प्रतियोगिता में पावनी गुप्ता ने 22-50 मीटर रायफल महिला व्यक्गित स्पर्धा में स्वर्ण पदक, क्षितिज तोमर और शौर्य प्रताप बोहरा ने 22-50 मीटर रायफल पुरूष व्यक्गित स्पर्धा में रजत और कांस्य पदक प्राप्त किया। हर्ष चैहान, अभिषेक सिंह व क्षितिज तोमर ने यूथ पुरूष टीम स्पर्धा में स्वर्णपदक। 10 मीटर एयर रायफल पुरूष टीम स्पर्धा में हर्ष चैहान, क्षितिज तोमर व मृगांक ने रजत पदक प्राप्त किया। जबकि अमृत अरोड़ा, अभिषेक पाण्डेय, शिवम ढाका, गौरव अन्ताल ने राष्ट्रीय निशानेबाजी प्रतियोगिता के लिए क्वालिफाई किया है। एकेडमी के संरक्षक दीपक नेहरा, अशोक चैहान, वीरेंद्र बोहरा, अंजना गुप्ता, शालू तोमर, अजय कुमार सिंह, टेकचंद्र अरोड़ा, प्रघुम्न पाण्डेय आदि ने पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी। प्रैसवार्ता के दौरान सभी निशानेबाजों को सम्मानित भी किया गया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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