हरिद्वार। नेत्र कुंभ को सफल बनाने के लिए हरिद्वार के नेत्र सर्जनों एवं सेवाभावी चिकित्सकों की मुख्य बैठक हरिद्वार के एक निजी होटल के सभागार में संपन्न हुई। इस अवसर पर सक्षम के प्रांत सचिव ललित पंत ने बताया कि नेत्र कुंभ का आयोजन दिनांक 11 मार्च से 27 अप्रैल तक हरिद्वार में किया जा रहा है, जिसमें लगभग 75000 लोगों के नेत्र परीक्षण का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए कुल 7 केंद्र बनाए जा रहे हैं जिनमें विशेषज्ञ चिकित्सकों के द्वारा नेत्र परीक्षण किए जाएंगे तथा दृष्टि मित्रों द्वारा परीक्षण कर चश्मों के पावर की जांच की जाएगी एवं 50000 चश्मों के निःशुल्क वितरण की व्यवस्था की जा रही है। हैदराबाद के शिवराम कृष्ण ऑप्टोमेट्रिस्ट ने बताया कि नेत्र कुंभ में उत्तराखंड के अतिरिक्त देश के अन्य प्रदेशों से भी नेत्र विशेषज्ञ व दृष्टि मित्र भाग लेंगे ऐसे 80 विशेषज्ञों ने अपनी सेवाएं निःशुल्क देने की सहमति प्रदान की है। सक्षम व संघ के स्वयंसेवक भी प्रत्येक केंद्र पर अपनी सेवाएं देंगे। विवेकानंद हेल्थ मिशन के डॉ. अनुज सिंघल ने कहा कि प्रत्येक रोगी का डाटा भी तैयार किया जाएगा तथा जिन रोगियों को ऑपरेशन की आवश्यकता होगी उनको विशेषज्ञ अस्पताल को संदर्भित किया जाएगा। उन चिकित्सालयों द्वारा निःशुल्क ऑपरेशन भी नेत्र कुंभ के बाद किए जाएंगे। आईएमए हरिद्वार शाखा के अध्यक्ष डाॅ. दिनेश सिंह ने कहा कि हरिद्वार के सभी चिकित्सक नेत्र कुंभ में अपनी सेवाएं देने के लिए तैयार हैं एवं नेत्र कुंभ को भव्य बनाने का प्रयास किया जा रहा है। हरिद्वार के अन्य चिकित्सालय भी नेत्र कुंभ में अपना पूर्ण सहयोग दे रहे हैं। सक्षम के जिला हरिद्वार अध्यक्ष जगदीश लाल पाहवा ने कहा की सक्षम के सदस्यों द्वारा गांव-गांव में प्रचार प्रसार किया जा रहा है ताकि अधिकाधिक जरूरतमंदों को नेत्र कुंभ का लाभ मिल सके। सक्षम के प्रदेश संरक्षक एवं पूर्व निदेशक डॉ. ललित मोहन उप्रेती ने बताया कि स्वामी रामप्रकाश चैरिटेबल (स्वामी विवेकानंद) हरिद्वार, शांतिकुंज हरिद्वार, दिव्य प्रेम सेवा आश्रम चंडीघाट, ऋषिकुल आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज, हंस फाउंडेशन चिकित्सालय- बहादराबाद, नीलकंठ चिकित्सालय- कनखल में नेत्र कुंभ के 14 यूनिटों द्वारा इस अभियान को सफल बनाया जा रहा है। जिसमें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान- ऋषिकेश (एम्स) सहित देश के अन्य प्रतिष्ठित चिकित्सालय के विशेषज्ञ भाग लेंगे। बैठक में डॉक्टर ओपी वर्मा, डॉ. सुश्रुत अरोड़ा, डॉ. एस दास, एके जैन, डॉ. ए सानियाल, डॉ. नीरज सारस्वत, डॉ. अश्वनी कंशल, डॉ. अतुल, डॉ. अनुराग, डॉ. रश्मि त्रिपाठी, डाॅ. राहुल शर्मा एवं कमल पंत आदि उपस्थित थे। बैठक का संचालन डॉ. संजय गुप्ता ऋषिकुल आयुर्वेदिक महाविद्यालय द्वारा किया गया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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