हरिद्वार। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने मंगलवार को कुम्भ मेला पुलिस व्यवस्था की जानकारी के अलावा मेले में सुगम आवागमन हेतु बन रहे स्थायी-अस्थायी पुलों, पार्किंग और थानों की स्थिति का जायजा लिया गया। बसन्त पंचमी स्नान पर्व के अवसर पर पुलिस महानिदेशक ने अशोक कुमार ने सबसे पहले हर की पैड़ी का भृमण कर पुलिस द्वारा की जा रही स्नान ड्यूटी को देखा गया। डीजीपी ने लालजी वाला में बन रही पुलिस लाइन को देखा गया, चंडी टापू से गौरीशंकर को जोड़ने वाले अस्थाई पुल के माध्यम से गौरीशंकर पहुंच कर निर्माणाधीन गौरीशंकर थाने का निरीक्षण किया। गौरीशंकर से बैरागी को जोड़ने वाले मोटेरेबल पुल के माध्यम से बैरागी पहुंच कर अर्द्धसैनिक बलों के लिए बन रहे अस्थाई आवासों को देखा गया। बैरागी के बाद पुलिस महानिदेशक ने श्मशान घाट के सामने वाले स्थायी पुल, श्रीयंत्र के सामने वाले स्थायी पुल और मातृ सदन से मिलने वाले स्थाई पुल को देखा गया और मेले के दौरान उनके इस्तेमाल को जाना गया। इसके बाद पुलिस महानिदेशक जगजीतपुर पुलिस चैकी के समीप अस्थाई पार्किंग स्थल को देखा। अशोक कुमार ने रानीपुर झाल पर बन रहे स्थाई पुल, बटालियन के पास बने स्थाई पुल एवं धीरवाली पार्किंग का भृमण किया गया। उन्होने टिबड़ी फाटक के रेलवे अंडर-पास और ऋषिकुल बस स्टैंड को देखा। इस दौरान पुलिस महानिरीक्षक कुम्भ मेला संजय गुंज्याल ने समस्त पुलिस व्यवस्थाओं और स्थायी,अस्थायी निर्माण कार्यों के बारे मे विस्तारपूर्वक जानकारी दी। डीजीपी के साथ मेला वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मजेय,जनपद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अबुदाई कृष्ण राज एस एसपी सिटी श्रीमति कमलेश उपाध्यक्ष,मेला एएसपी सुरजीत सिंह पंवार, अपर पुलिस अधीक्षक मुकेश ठाकुर, प्रदीप कुमार राय,प्रकाश देवली, कमल सिंह पंवार,वीरेंद्र,सुरेश बलूनी,महेश चंद्र जोशी सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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