हरिद्वार। राष्ट्रीय धर्मशाला सुरक्षा समिति निष्काम सेवा ट्रस्ट भूपतवाला में संपन्न हुई बैठक में मुख्य अतिथि आईजी संजय गुंज्याल ने कहा कि जल्द ही सभी धर्मशालाओं के प्रबंधक और कर्मचारियों को भी कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। जिसके लिए शासन स्तर पर सैद्धांतिक सहमति बन चुकी है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जारी एसओपी के अनुसार ही कुंभ मेले को संपन्न करवाना होगा। बिना आईडी और नेगेटिव कोरोना रिपोर्ट के कुंभ मेला अवधि में यात्रियों को कमरे ना दें। सभी धर्मशालाओं में कैमरे और अग्निशमन यंत्र जरूर लगवा लें। किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को कुंभ मेला अवधि में कमरा ना दें। उन्होंने कहा कि धर्मशाला प्रबंधकों का सहयोग एसपीओ के रूप में भी लिया जाएगा और राष्ट्रीय धर्मशाला सुरक्षा समिति के द्वारा जो परिचय पत्र जारी किए जाएंगे उनको ही मेला पुलिस द्वारा मेला पास के रूप में वैधता प्रदान की जाएगी। समिति के अध्यक्ष महेश गौड़ ने कहा कि पुलिस चेकिंग के नाम पर धर्मशाला प्रबंधकों का उत्पीड़न नहीं होना चाहिए। धर्मशाला प्रबंधक नई एसओपी का मेला अवधि में पूरा अनुपालन करेंगे और जो मेला पुलिस की गाइडलाइन है उसके अनुसार ही यात्रियों को कमरे देंगे। संचालन समिति के महामंत्री विकास तिवारी द्वारा किया गया। बैठक में शिवकुमार शर्मा, रमेश भाई ठाकर, श्रीनिवास पांडे, चंद प्रकाश शर्मा, घनश्याम सांखला, क्षेत्रीय धर्मशाला प्रबंधक समिति के अध्यक्ष गोपाल सिंघल, महामंत्री अवधेश कुमार, जयपाल रोहिला, प्रभात कौशिक, भूपेंद्र कुमार, नीलाम्बर गोस्वामी, शोभा शर्मा, अनुराधा मलिक, चंचल मोहन, कैप्टेन आरपी शास्त्री, गणेश नाथ डॉ श्याम पुरी, श्याम सुंदर शर्मा, जगदीश लाल पाहवा, व्यापारी नेता सुरेश गुलाटी, कमल बृजवासी, संजीव नैयर, होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष आशुतोष शर्माव महामंत्री मिंटू पंजवानी आदि उपस्थित थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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