हरिद्वार। उत्तराखंड राज्य के जनपद चमोली के क्षेत्रान्तर्गत जोशीमठ में ग्लेशियर टूटने व बादल फटने की घटना के बाद जिला प्रशासन पूरी तरह से एलर्ट पर है। रविवार को जिलाधिकारी सी रविशंकर एवं एसएसपी सैथिल अबुदई कृष्ण राज एस लगातार स्थिति पर नजर रखते हुए गंगा किनारे रहने वालों को हटाने की कार्यवाही करा रहे है। हरि की पैड़ी पर गंगा को पूरी तरह से रोक दिया गया। जिलाधिकारी ने लोगों से किसी भी तरह की अफवाहों से बचने की अपील है। प्राकृतिक आपदा की सूचना के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार द्वारा भीमगोडा बैराज डैम का व अन्य नदी के किनारों का निरीक्षण करते हुए खतरे से निपटने जनपद के पुलिस अधिकारियों को एवं आपदा प्रबंधन टीमों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। गंगा के किनारे रहने वालों के साथ साथ ही क्षेत्र में थाना प्रभारी को बराबर लाउडस्पीकर के माध्यम से क्षेत्र की जनता को सतर्क रहने की रहने की हिदायत दी गयी तथा पुलिस बल को रेस्क्यू सामान की तैयारी की दशा में देने हेतु निर्देशित किया गया. उत्तराखंड जनपद के जोशीमठ में ग्लेशियर फटने की घटना की सूचना के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार द्वारा हरिद्वार के लालजी वाला डाम व अन्य नदी के किनारों का निरीक्षण करते हुए खतरे से निपटने हेतु जनपद के पुलिस अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। साथ ही क्षेत्र में थाना प्रभारी को बराबर लाउडस्पीकर के माध्यम से क्षेत्र की जनता को सतर्क रहने व स्थितिनुसार स्थान तत्काल खाली करने की हिदायत दी गई तथा पुलिस बल को मय रेस्क्यू सामान के तैयारी की दशा में रहने हेतु निर्देशित किया गया । जनपद हरिद्वार पुलिस द्वारा स्थिति पर बराबर नजर रखी जा रही है। पुलिस अधीक्षक नगर द्वारा स्वयं थाना श्यामपुर क्षेत्र में जाकर नदी किनारे रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया तथा हिदायत दी गई कि कोई भी नदी के किनारे नहीं जाएंगे तथा समय रहते हुए अपना सामान भी सुरक्षित स्थानों पर ले साथ ही जनपद के समस्त थानाध्यक्ष द्वारा अपने अपने क्षेत्र में नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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