हरिद्वार। रेल प्रशासन की ओर से शनिवार को रेलवे की भूमि पर किए गए अवैध कब्जों को हटाने के लिए अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान लगभग 27 कच्चे-पक्के निर्माण ढहाकर भूमि को कब्जा मुक्त कराया गया। कई स्थानों पर लोगों ने हल्का विरोध किया, लेकिन भारी सुरक्षा बल के मौजूद होने के चलते किसी की एक नहीं चली। रेलवे की भूमि पर जारी अतिक्रमण हटाने के इरादे से रेल प्रशासन की टीम जेसीबी के साथ भगत सिंह चैक के समीप पहुंची। वहा हीरो होंडा वाली गली में रेल लाइन किनारे की भूमि पर हो रखे अवैध कब्जों को हटाने की कार्रवाई शुरू की। टीम की ओर से कब्जे वाले स्थानों से पहले लोगों को जगह खाली करने की चेतावनी दे दी गई। बाद में टीम ने जेसीबी से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की। कई स्थानों पर लोगों ने कई पक्के निर्माण कर रहने की व्यवस्था कर रखी थी। रेलवे की भूमि पर कई स्थानों पर दीवारें खड़ी कर टीनशेड डाले हुए थे जबकि कई जगहों पर झोपड़ियां अभी बनाई हुई थी। कई स्थानों पर कुछ लोगों ने कब्जे कर वाहनों की पार्किंग बना डाली। सभी अतिक्रमणों को टीम द्वारा जेसीबी की मदद से हटा दिया। इस दौरान रेलवे की भूमि पर बनी पक्की दीवारों को ध्वस्त करते हुए सभी कब्जों को ढहा दिया। मॉडल कॉलोनी में रेलवे लाइन किनारे की भूमि से लगभग दो दर्जन से अधिक छोटे-बड़े कच्चे-पक्के कब्जे तोड़ते हुए रेलवे ने अपनी भूमि कब्जा मुक्त करवाई। अतिक्रमण हटाने के दौरान किसी तरह का कोई विवाद उत्पन्न न हो, इसके लिए रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के अलावा स्थानीय पुलिस के जवान भी तैनात रहे। कुछ लोगों ने विरोध करने की कोशिश की। लेकिन सुरक्षा बल के सामने किसी की एक नहीं चल पाई।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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