हरिद्वार। कुम्भ मेला के तीसरे पर्व स्नान वसंत पंचमी स्नान पर्व पर बडी संख्या में श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी सहित गंगा के विभिन्न घाटों पर आस्था की डुबकी लगाते हुए विशेष पूजा अर्चना की। स्नान पर्व के दृष्टिगत पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के खास इंतजामात किये गये थे। प्रशासन की ओर से जारी एसओपी के मददे्नजर जनपद की सीमा के अलावा हरकी पैड़ी समेत अन्य जगह कोरोना की रैंडम जांच की गई। हरकी पैड़ी आने वाले मार्ग पर श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। कोराना जाॅच के बाद ही श्रद्धालुओं को स्नान के लिए हरकी पैड़ी स्नान के लिए जाने की इजाजत मिली। हलांकि तीसरे स्नान पर्व पर भीड़ कम होने के कारण पुलिस प्रशासन द्वारा स्नान के लिए तैयार की गई व्यवस्थाओं को लागू नहीं करना पड़ा। वसंत पंचमी स्नान पर्व के मौके पर मंगलवार को तड़के चार बजे से ही बड़ी संख्या में श्रद्वालु गंगा घाटों की ओर पहुचने लगे। तडके से ही ब्रह्मकुंड हरकी पैड़ी सहित विभिन्न गंगा घाटों पर गंगा स्नान का सिलसिला शुरू हो गया, जो दोपहर बाद भी जारी रहा। हलांकि मंगलवार को अपेक्षाकृत श्रद्वालुओं की संख्या कम रही। अपेक्षा के मुताबिक भीड़ कम नजर आई। पिछली स्नानपर्व से वसंत पंचमी के स्नान पर कम भीड़ नजर आई। इससे पूर्व वसंत पंचमी स्नान पर्व के लिए हरियाणा, मुरादाबाद, सहारनपुर, दिल्ली, राजस्थान, हिमाचल, जम्मू समेत अन्य प्रांतों से श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे। पुलिस प्रशासन की ओर से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने की कोशिश करते हुए पुलिस फोर्स ने स्नान संपन्न कराया। भीड़ कम होने के कारण ट्रैफिक प्लान को पूरी तरह से लागू नहीं किया गया। स्नान पर्व सकुशल सम्पन्न कराने के लिए कुंभ मेला पुलिस के अलावा केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी, जिले की पुलिस फोर्स तैनात की गई थी। सीमा पर थर्मल स्क्रीनिंग के साथ ही कोरोना की रैंडम जांच की गई। हरकी पैड़ी, खड़खड़ी चैकी, पार्किंग समेत अन्य जगह स्वास्थ्य विभाग की टीमें तैनात कर दी गई थी, जो मंगलवार की सुबह से श्रद्धालुओं की जांच कर रही थी। हरकी पैड़ी चैकी से लाइन लगाकर श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद ही अपर रोड की ओर से आने वाले श्रद्धालु को हरकी पैड़ी भेजा गया। सीसीआर टावर की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग की गई।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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