हरिद्वार। श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक के संयोजन में मालवीय घाट ऋषिकुल पर पुलवामा में हुए शहीदों को श्रद्धांजलि दी गयी। इस दौरान कार्यकर्ताओं द्वारा मां गंगा में दीपदान कर शहीदों को नमन किया। पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए सैनिकों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। युवा पीढ़ी को उनके साहस व धैर्य से सीख लेनी चाहिए। देश के प्रति समर्पित भावना से सभी को काम करना चाहिए। शहीदों द्वारा अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हुए बलिदान दिया गया। देशवासी सदैव ही वीर शहीद सैनिकों के साहस को स्मरण करेंगे। भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री व जेपी बड़ोनी ने कहा कि देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए पुलवामा में मां के सपूतों ने साहस का परिचय देते हुए अपने प्राणों को बलिदान कर दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। लेकिन देश के जाबांज सैनिक सीमाओं की रक्षा करते हुए पाकिस्तान को मूंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। सभी को सैनिकों के सम्मान के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। सुनील प्रजापति व दीपक मिश्रा ने कहा कि आज ही के दिन पाकिस्तान ने कायराना हरकत करते हुए देश के जांबांज सैनिकों पर धोखे से हमला किया था। उन्होंने कहा कि बलिदान देने वाले सैनिकों को शत शत नमन। मां गंगा उनके परिवारों का कल्याण करे। श्रद्धांजलि देने वालों में दिनेश जोशी, डा.विशाल गर्ग, विनोद मिश्रा, सचिन चैधरी, नरेंद्र श्रमिक, मानव शर्मा, मयंक पुरोहित, दीपक मिश्रा, अमित राजपूत, शीतल प्रसाद उपाध्याय, वीरेंद्र ठाकुर, अश्विनी सैनी, दीपक शर्मा आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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