हरिद्वार। हरिद्वार में देवभूमि चेस एसोसिएशन हरिद्वार के तत्वाधान में आयोजित सेकंड ओपन रैपिड चेस टूर्नामेंट का आयोजन मां सरस्वती सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल बहादराबाद में किया गया। टूर्नामेंट में मुख्य अतिथि के रूप में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रांत संरक्षक जुगल किशोर शर्मा उपस्थित रहे । साथ ही अटलांटिस चेस क्लब देहरादून के अध्यक्ष रोहित सिंह राणा चीफ आर्बिटर ललित कपूर व सआर्बिटल कुलदीप आचार्य और विशेष सहयोगी के रुप में निशांत भैरव उपस्थित रहे। टूर्नामेंट के डायरेक्टर और और देवभूमि चेस एसोसिएशन के अध्यक्ष ललित जिंदल ने सभी आए हुए प्रतिभागियों और अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि एक समय था जब हरिद्वार में चैस का टूर्नामेंट कराना मात्र एक ख्वाब था, परंतु आज ऐसा नहीं है डीसीए के प्रथम टूर्नामेंट जोकि दिसंबर 2019 में 3 स्टेट से 44 प्लेयर टूर्नामेंट खेलने आए थे परंतु जनवरी 2021 के द्वितीय टूर्नामेंट में 74 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया जिसमें जम्मू से आए हुए सुमित ग्रोवर ओपन कैटेगरी में प्रथम स्थान पर रहे। दूसरे स्थान पर दिल्ली के सुरेंद्र शर्मा तथा तीसरे स्थान पर दिल्ली के हरीश शर्मा ने कब्जा जमाया सीनियर वर्ग में देहरादून के अनिल गैरोला प्रथम सहारनपुर के मनमोहन शर्मा द्वितीय व हरिद्वार के एसडी सिलस्वाल तीसरे स्थान पर रहे। अंडर फिफ्टीन कैटेगरी में पार्थ बेलवाल प्रथम शुभ सिंह सैनी द्वितीय व प्रखर कोठारी तीसरे स्थान पर रहे इसी तरह अंडर 11 केटेगरी मैं श्रेयांश राज प्रथम अबीर सिंह राणा द्वितीय व ओजस्वी भैरव तृतीय स्थान पर रहे सभी खिलाड़ियों ने टूर्नामेंट में शांतिपूर्ण तरीके से प्रतिभाग किया और खेल भावना के साथ एक दूसरे का सहयोग किया
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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