हरिद्वार। सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत पुलिस अधीक्षक यातायात के निर्देशन में मंगलवार को चंडी चैक हरिद्वार में ट्रक, टेंपो,टैक्सी वाहन चालकों का निशुल्क नेत्र परीक्षण करवाया गयाकृइस दौरान पुलिस अधीक्षक यातायात द्वारा सभी वाहन चालकों को यातायात नियमों के संबंध में जानकारी दी गई। सभी चालकों से सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक तथा सतर्क व सजग रहने के बारे में जागरूक किया गया। यातायात पुलिस द्वारा यह भी बताया गया कि वाहन चलाते समय एक छोटी सी लापरवाही एक बड़ी घटना को घटित कर सकती है जिससे कि एक साथ कई परिवारों के सपने बिखर जाते हैं जिसकी भरपाई जीवनपर्यंत नहीं की जा सकती है। पुलिस नहीं चाहती कि आपकी गाढ़ी कमाई का पैसा यातायात के जुर्मानों में जाये। अगर चालक नियमों का पालन करेंगे तो निश्चित ही किसी व्यक्ति के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं कि जाएगी। वाहन चालक की पूर्ण जिम्मेदारी है कि वह सड़क का प्रयोग करने वाले प्रत्येक व्यक्ति ,जिसमे सवारियां भी शामिल हैं,के जान माल की पूरी हिफाजत करे और व्यक्ति सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुँचे। देश मे प्रति वर्ष डेढ़ लाख लोग वाहन दुर्घटना में मृत होते हैं और लगभग 4 से 5 लाख घायल होते हैं। यह किसी भी हथियार या बीमारी से मरने वाले लोगों से ज्यादा संख्या है। इसलिए वाहन अधिनियम के कानून दिन प्रतिदिन सख्त बनाये जा रहे हैं। रिसर्च के अनुसार चालक की कमजोर दृष्टि या अन्य बीमारियों की वजह से भी बहुत दुर्घटनाएं घटती है। इसलिए समय समय पर वाहन चालक के स्वास्थ्य परीक्षण की भी परम् आवश्यकता होती है। नेत्र परीक्षण में सहयोग के लिए विशाल ऑप्टिकलस का आभार व्यक्त किया गया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment