हरिद्वार। शिवरात्रि के पावन पर्व पर डॉ. आशीष गौतम जी की अध्यक्षता में एवं संयोजक श्री संजय चतुर्वेदी के संचालन में “दिव्य प्रेम सेवा मिशन” द्वारा 1 वर्षीय पार्थिव शिवलिंग के पूजन-अर्चन का भव्य शुभारंभ किया गया। इस मिशन के द्वारा वर्ष भर में 11 मार्च 2021 से लेकर 1 मार्च 2022 तक सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग के पूजन अर्चन का लक्ष्य रखा गया है। खास बात यह है कि इस अनुष्ठान में मिट्टी से निर्माणित की गई शिवलिंग को गंगा किनारे एवं अनुष्ठान के ठीक सामने लगे रूद्राक्ष के वृक्ष की जड़ में प्रतिदिन गंगाजल के साथ समाहित किया जाएगा। विश्व में ऐसा पहली बार हो रहा है कि सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग को गंगा किनारे समाहित किया जाएगा।यह अनुष्ठान अपने आप में इतना विशाल है कि इसका प्रचार देश के कोने-कोने में हो रहा है। यहां तक कि देश की बड़ी से बड़ी हस्तियां अनुष्ठान में शामिल हो रही है। एवं कई वर्षों से “दिव्य प्रेम सेवा मिशन” से जुड़े हुए भी हैं। अनुष्ठान के शुभारंभ पर 11 ब्रम्हाणों द्वारा अतिथियों, यजमानों व कई भक्तों के समक्ष भगवान महादेव के श्लोकों व मंत्रों के उच्चारण के साथ इसका भव्य शुभारंभ हुआ। महेशचंद चतुर्वेदी अपर महाधिवक्ता उत्तर प्रदेश सरकार,डॉ. रजनी सरीन फरूखाबाद,विधायक गोरखनाथ बाबा उत्तर प्रदेश,राजा राममोहन राय लायब्रेरी फाउण्डेशन के डायरेक्टर तथा विधायक कुंअर बृजेश सिंह मुख्य यजमान रहे। इस पुण्य अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में महान गायक कैलाश खैर व बॉलीवुड अभिनेता मनोज जोशी उपस्थित रहे। कैलाश खैर ने कहा कि काफी समय से सेवा मिशन व आशीष भैया जी के बारे में सुन रखा था आज यहाँ आने एवं भईया से मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। मन में यही था कि जिसका नाम ही अशीष है वह तो हमें भी चाहिए। इसी के साथ भगवान भोले बाबा के बारे में वर्णित करते हुए अपनी मधुर आवाज से बम भोले का ऐसा गाना गया कि सम्पूर्ण अनुष्ठान शिव धुन से गूंज उठा। इस दौरान दिव्य प्रेम सेवा मिशन के उद्देश्यों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए डिजिटलीकरण का भी सहारा लेकर किया गया। खास बात यह है कि अनुष्ठान के पहले ही दिन 2100 पार्थिव शिवलिंग का निर्माण कर गंगा किनारे रूद्राक्ष वृक्ष की जड़ में गंगाजल के साथ इन्हे समाहित किया गया। अनुष्ठान में शामिल समस्त यजमानों ने शिव अवतरण, दिव्य प्रेम सेवा मिशन एवं आशीष भैया के बारे में अपने विचार साझा किए एवं निरंतर मिशन से जुड़कर सेवाकार्य करते रहने का संकल्प लिया। इस महा अनुष्ठान में शुभारम्भ में भाग लेने के लिए देशभर के सैंकड़ों कार्यकर्ता हरिद्वार पहुंचे एवं अपनी सहभागिता दर्ज की।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment