हरिद्वार। उत्तरांचल फेडरेशन ऑफ मिनिस्ट्रियल सर्विसेज एसोसिएशन के कार्मिकों ने 21 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय रोशनाबाद से बिगुल बजा दिया है। सोमवार में कार्मिकों ने हाथों पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया है। सोमवार को उत्तरांचल फेडरेशन के कर्मचारी विकास भवन, डीएम कार्यालय आदि विभागों से एकत्रित होकर शिक्षा विभाग में पहुंचे थे। यहां फेडरेशन के पदाधिकारियों ने कार्मिकों को उनकी जायज मांगों को पूरा होने तक आंदोलन का पूर्ण सहयोग करने को कहा। उत्तरांचल फेडरेशन ऑफ मिनिस्ट्रियल सर्विसेज एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि मिनिस्ट्रियल कार्मिकों को एसीपी और एमएसीपी का लाभ बंद करने और लाभ की वसूली करने के आदेश को निरस्त करने, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी के पद पर पदोन्नति की पात्रता अवधि 25 वर्ष के स्थान पर 22 वर्ष और सेवानिवृत्त के अंतिम वर्ष में इच्छुक मुख्यालय पर स्थानांतरण की व्यवस्था किए जाने अथवा सेवानिवृत्त देयकों के लाभ पर मुख्यालय में विकल्प की सुविधा देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्थानांतरण अधिनियम में संशोधन के समय इसको शामिल किया जाए। मृतक आश्रित की नियुक्ति दुर्गम में की जा रही है। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि दुर्गम की अनिवार्यता समाप्त करने आदि 21 मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रेशम सिंह ने बीते वर्ष 9 नवंबर माह में मिनिस्ट्रियल कार्मिकों को पूर्व से 10 व 16 और 26 वर्ष की सेवा पर दी जा रही एसीपी एवं एमएसीपी की व्यवस्था का लाभ बंद करने और लाभ की वसूली करने के तर्क विहीन आदेश जारी कर दिए गए। इससे कार्मिकों में रोष है। इस संबंध में प्रांतीय कार्यसमिति की महत्वपूर्ण बैठक बीती 27 फरवरी को देहरादून में हुई थी। एजुकेशनल मिनिस्ट्रीयल संघ के जिलाध्यक्ष एवं उत्तराखंड फेडरेशन मंडल महामंत्री विपिन कुमार ने कहा कि सरकार ने लंबे समय से कार्मिकों की मांगों को अनदेखा किया है। विरोध जताने वालों में एहसान अंसारी, रोहित कुमार शर्मा, विजेश्वर रतूड़ी, राजेन्द्र प्रसाद जुयाल, अनिल प्रसाद जुयाल, प्रशान्त शर्मा, अशोक कुमार, मंजू सैनी, आशीर्वाद सैनी, सन्दीप शर्मा, महेश उप्रेती, कुलदीप शर्मा, लोकेश शर्मा, फलक नाज, अशोक वेद, मनोज आर्य आदि कार्मिक शामिल हैं।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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