हरिद्वार। मेला अधिकारी दीपक रावत एवं पुलिस महानिरीक्षक संजय गंुज्याल ने बुधवार को मेला नियंत्रण भवन(सी0सी0आर0) में महाकुम्भ की तैयारियों के सम्बन्ध में एक बैठक की। बैठक में मेलाधिकारी एवं पुलिस महानिरीक्षक ने अधिकारियों को रोड़ीबेलवाला से डामकोठी तक जो छोटे-छोटे शेड, ठेली आदि लगे हैं, उन्हें वहां से हटाने तथा पूरे क्षेत्र को खाली कराने एवं उनके लिये गौरीशंकर में व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों को बताया कि नीलधारा व गौरीशंकर में श्रद्धालु इधर-उधर स्नान करने के बजाय उसी क्षेत्र में स्नान करें। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के लिये वहां समुचित व्यवस्था होनी चाहिये। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे एक मैप तैयार कर लें, उसी के अनुसार भीड़ को नियंत्रित करने की योजना बनायें। उन्होंने कहा कि आगामी स्नान पर्व हमारे लिये चुनौती हैं। मेलाधिकारी एवं पुलिस महानिरीक्षक ने अधिकारियों से कहा कि पार्किंग के लिये साइनेजेज की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिये ताकि ऋद्धालुओं को पार्किंग स्थल तक पहुंचने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने अधिकारियों को लालजी वाला में होमगाड्र्स लाइन में हाईवे के पास जो अतिक्रमण है, उसे हटाने, मेला क्षेत्र के हर सेक्टर से अवारा पशुओं को बाहर करनेे, सप्त सरोवर पार्किंग में रैम्प बनाने, रूट प्लान में ही निकटतम घाट की जानकारी देने के निर्देश अधिकारियों को दिये।बैठक में अस्थाई मार्गों, घाट के अलावा मुख्य नदियों पर भी स्नान करने की व्यवस्था करने, जहां-जहां पर क्राउड मैनेंजमेंट करना है, वहां-वहां पर मल्टीपल बैरियर लगाने, दक्षदीप के चारों तरफ लेबलिंग कराकर स्नान की व्यवस्था करने, 1902 पुलिस हेल्प लाइन का अधिक से अधिक प्रचार करने पर विस्तृत चर्चा हुई। बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक-कुम्भ जन्मेजय खण्डूड़ी, उप मेला अधिकारी, अंशुल सिंह, किशन सिंह नेगी, दयानन्द सरस्वती, सी0ओ0 कुम्भ मेला प्रकाश देउली, सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट, विशेष कार्याधिकारी, कुम्भ श्री महेश शर्मा, लोक निर्माण, विद्युत, जल निगम, जल संस्थान, पुलिस सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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