हरिद्वार। मनोज खन्ना- शनिवार सबेरे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाई प्रहलाद मोदी साधु-संतो का आर्शीवाद प्राप्त करने जूना अखाड़ा पहुचे। जूना अखाड़े में अन्र्तराष्ट्रीय संरक्षक व अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरि महाराज,अन्र्तराष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेम गिरि,राष्टीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि,सचिव श्रीमहंत मोहन भारती,श्रीमहंत शैलेन्द्र गिरि,श्रीमहंत गणपत गिरि,मेला प्रभारी श्रीमहंत महेशपुरी,थानापति नीलकंठ गिरि के नेतृत्व में सैकड़ो साधु-संतो,नागा सन्यासियों व श्रद्वालु भक्तों ने उनका हर हर महादेव के उदघोष के शाॅल ओढाकर स्वागत किया। श्री मोदी ने मायादेवी मन्दिर तथा श्रीआनंद भैरव मन्दिर में पूर्ण विधि-विधान से पूजा अर्चना की। प्रहलाद मोदी ने वयोवृद्व पूर्व सभापति श्रीमहंत सोहन गिरि,श्रीमहंत उमाशंकर भारती,श्रीमहंत पूर्णागिरि,कोठारी लाल भारती,संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि,सभापति श्रीमहंत प्रेमगिरि महाराज के सानिध्य में भैरव मन्दिर के सामने रूद्राक्ष के पौधे का रोपण किया। इस मौके पर प्रहलाद मोदी ने कहा कुम्भ पर्व 2021 के पावन अवसर पर जूना अखाड़े के साधु-संतो का आर्शीवाद प्राप्त कर उनका जीवन धन्य हो गया है। कुम्भ पर्व की भव्यता व दिव्यता के साक्षात दर्शन जूना अखाड़े छावनी में देखने को मिल रहा है। उन्होने कहा कोरोना जैसी भयंकर महामारी के चलते जो संकट कुम्भ 2021 पर मडरा रहा था,निश्चित रूप से इसका कोई प्रभाव नही पड़ेगा। साधु-संतो के आर्शीवाद और माॅ गंगा की असीम कृपा से कुम्भ 2021निर्विध्न सकुशल और शांतिपूर्ण सम्पन्न होगा। उन्होने केन्द्र तथा प्रदेश सरकार द्वारा कुम्भ को लेकर की जा रही व्यवस्थाओं की प्रशंसा करते हुए कहा मेला प्रशासन अपनी पूर्ण क्षमता व शक्ति से व्यवस्थाएं बनाने में जुटा हुआ है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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