हरिद्वार। मातृसदन के संस्थापक स्वामी शिवानंद सरस्वती ने कहा शासन-प्रशासन ने धोखाधड़ी करके खनन करने का आदेश जारी किया है। इसकी शिकायत वे लिखित में प्रधानमंत्री को कर रहे हैं। उधर, अनशनरत आत्मबोधानंद ब्रहमचारी के स्वास्थ्य में गिरावट को देखते हुए प्रशासन उन्हें कभी भी उठा कर अस्पताल में भर्ती करा सकता है। शनिवार को आश्रम में आयोजित पत्रकार वार्ता में स्वामी शिवानंद शासन और जिला प्रशासन पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि वे इतने दिन से पूछ रहे हैं कि खनन किसकी अनुमति से खोला गया है? कहा कि बीते शुक्रवार को एसडीएम उनके पास अनुमति के नाम पर एक पत्र दे गए थे। स्वामी शिवानंद ने कहा कि यह पत्र अक्तूबर 2018 का है जिसमें सरकार ने खनन खोलने की अनुमति दी थी। आरोप लगाया कि इसी पत्र पर धोखाधड़ी कर बीते और इस साल खनन खोला गया है। स्वामी शिवानंद ने कहा कि दयानंद ब्रह्मचारी ने खनन की शिकायत प्रधानमंत्री से की थी तो प्रधानमंत्री ने उस पर शासन को त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश देकर प्रति आश्रम को भी दी थी। लेकिन उत्तराखंड सरकार ने प्रधानमंत्री के आदेश को भी दरकिनार कर खनन के आदेश जारी कर दिए। उत्तराखंड शासन प्रधानमंत्री के आदेश को भी नहीं मानता है। इसकी पूरी जानकारी प्रधानमंत्री को लिखित में दी जा रही है। कहा कि प्रधानमंत्री को पत्र भेजा जा रहा है। कहा कि सरकार के साथ साथ हरिद्वार प्रशासन ने भी धोखाधड़ी की है। क्योंकि सरकार के पास वर्तमान में खनन खोलने को लेकर कोई अनुमति पत्र नहीं है।
हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।
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