Skip to main content

केन्द्र से जारी एसओपी सभी राज्यों के लिए समान होना चाहिए-स्वामी विशोकानंद भारती

 संतो ने सरकार से की एसओपी में संशोधन की माॅग

हरिद्वार। डाॅ मनोज कुमार सोही -निर्वाण पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर राजगुरू स्वामी विशोकानंद भारती एवं अटल पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर राजगुरू स्वामी विश्वात्मानंद सरस्वती के सानिध्य में सभी अखाड़ों के महामण्डलेश्वरों ने बैठक कर सरकार से कुंभ को लेकर जारी गाइडलाईन को संशोधित करने की मांग की है ताकि श्रद्धालु भक्त कंुभ में गंगा स्नान के लिए हरिद्वार आ सकें। कनखल स्थित राजपूत धर्मशाला में आयोजित पत्रकारवार्ता में पत्रकारों को जानकारी देते अटल पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी विश्वात्मानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि केंद्र से जारी नियम सभी राज्यों के लिए समान होने चाहिए। प्रयागराज में माघ मेला व वृन्दावन में वैष्णव कुंभ का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें लाखों लोग सम्मिलित हो रहे हैं। राजनीतिक रैलियों में लाखों की भीड़ जुट रही है। जब चुनावी रैलियों में भीड़ पर कोई प्रतिबंध नहीं है तो हरिद्वार कुंभ में भक्तों को व्यर्थ ही क्यों परेशान किया जा रहा है। कोरोना के प्रति सावधानी रखते हुए जांच अवश्य की जाए। लेकिन भक्तों को रजिस्ट्रेशन कराने जैसी बाध्यताओं से मुक्त रखा जाए। उन्होंने कहा कि मुगलकाल व अंग्रेजी शासन में भी धार्मिक आयोजनों पर प्रतिबंध नहीं लगाए गए। प्रतिबंधों के बीच कुंभ कैसे होगा। प्रतिबंधों के चलते श्रद्धालु भयभीत हैं और टिकट कैंसिल करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुंभ के संबंध में जारी केंद्र की गाइड लाईन को सरल बनाया जाए। पूजा पाठ, सत्संग, कथा, प्रवचन की अनुमति दी जाए। निर्वाण पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी विशोकानंद भारती महाराज ने कहा कि प्रतिबंधों के चलते संतों व भक्तों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। मेला क्षेत्र में साफ सफाई तक उचित व्यवस्था नहीं है। कुंभ के दौरान अखाड़ों, आश्रमों को मिलने वाला राशन भी अभी तक नहीं मिला है। पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचार ने कहा कि विश्व के मानचित्र पर सबसे बड़े तीर्थ हरिद्वार में आयोजित कंुभ में कोरोना के नाम पर श्रद्धालुओं को आने से रोका जा रहा है। सरकार कोरोना से बचाव के उपाय कर और सभी प्रतिबंध हटाकर श्रद्धालुओं को कुंभ स्नान के लिए आने दे। ताकि अनादि काल से चली आ रही सनातन धार्मिक परंपराएं अक्षुण्ण रूप से चलती रहें। निर्मल पीठाधीश्वर श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह शास्त्री महाराज व म.म.स्वामी अर्जुनपुरी महाराज ने कहा कि श्रद्धालु भक्तों से ही कुंभ की शोभा है। इसलिए कोरोना के नाम पर श्रद्धालुओं को रोका नहीं जाना चाहिए। महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव महंत रविन्द्रपुरी महाराज व म.म.स्वामी रामेश्वरानन्द सरस्वती महाराज ने कहा कि महाकुंभ में अर्द्धकुंभ जैसी व्यवस्थाएं भी नहीं है। प्रयागराज में माघ मेले व वृन्दावन में वैष्णव कुंभ का आयोजन कर यूपी सरकार ने सराहनीय कार्य किया है। लेकिन उत्तराखण्ड सरकार कोरोना के नाम पर डरा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार कुंभ को लेकर जारी एसओपी को सरल बनाए और श्रद्धालुओं को हरिद्वार आने पर कोविड नेगेटिव रिपोर्ट, रजिस्ट्रेशन जैसे प्रतिबंधों से मुक्त करे तथा संत समाज को कथा, प्रवचन, सत्संग, पूजा पाठ व भण्डारे की अनमति दे। इस दौरान म.म.स्वामी कमलानन्द गिरी, म.म.स्वामी प्रेमानंद, म.म.स्वामी विश्वेश्वरानंद, म.म.स्वामी आनंद चैतन्य, म.म.स्वामी चिदंबरानंद सरस्वती, म.म.स्वामी अभयानंद सरस्वती, म.म.अक्षर आंनद गिरी, म.म.शिव प्रेमानंद पुरी, म.म.स्वामी गिरधर, म.म.स्वामी हरिचेतनानंद, म.म.स्वामी आत्मानंद गिरी, म.म.स्वमाी शारदा गिरी, स्वामी सच्चिदानंद, स्वामी प्रेमानंद, म.म.स्वामी रामानंद, म.म.स्वामी रामानंद गिरी, महंत दिनेश दास, स्वामी रविदेव शास्त्री, महंत सत्यम गिरी, महंत बलराम गिरी, महंत हरिहरानंद, महंत प्रेमानंद आदि सहित बड़ी संख्या में म.म.व संतजन मौजूद रहे। 

Comments

Popular posts from this blog

गौ गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया

  हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है।  महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा

ऋषिकेश मेयर सहित तीन नेताओं को पार्टी ने थमाया नोटिस

 हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।

धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।