हरिद्वार। कुम्भ मेला आईजी संजय गुंज्याल, कुम्भ मेला एसएसपी जन्मजेय खंडूरी एवं एसएसपी जनपद सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने सेक्टर प्रभारियों की बैठक ली। बैठक में सेक्टर पुलिस प्रभारियों को बुलाया गया। बैठक में मुख्यतः उन सेक्टर पुलिस प्रभारियों को बुलाया गया था, जिनके यहां मुख्य-मुख्य पार्किंग, पैदल मार्ग और महत्वपूर्ण घाट स्थित हैं। बैठक में समस्त सेक्टर प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि जिन घाटों पर सिस्टम नही है वहां वहां सिस्टम लगवाएं। घाटों, पार्किंगों, रास्तों में आज से ही पर्याप्त संख्या में सही संदेश तथा दिशा-निर्देश देने वाले साइन बोर्ड लगवाएं। घाटों पर बड़े स्क्रीन लगवाने के लिए सही जगह चिन्हित करें, जिसमे आरती, शाही स्नान आदि का सपअम प्रसारण कराया जाएगा। गौरीशंकर नीलधारा में साधुओं के टेंट आदि लगवाने के लिए जगह चिन्हित करें और चिन्हित जगहों पर ही साधुओं के टेंट लगवाएं जाएं। जिन घाटों पर स्नान के लिये जल का स्तर पर्याप्त नही है वहां सम्बंधित विभाग से लगातर बात कर जल की व्यवस्था करवाओ। जहाँ पार्किंग नही होनी है वहां ड्यूटी लगाकर दव पार्किंग जोन बनाकर रखें। चंडीघाट चैकी के पास बनने वाले रेम्प को सम्बंधित विभाग से तालमेल बनाकर सुरक्षित और जल्द से जल्द बनवाया जाए। शाही स्नान के दिन नीलधारा गौरीशंकर की तरफ से आने वाले श्रद्धालुओं को अधिक से अधिक संख्या में प्रयास करके चंडीघाट के आसपास के घाटों पर ही स्नान कराने हेतु रणनीति बनाये। हर की पैड़ी के आस पास और चंडीघाट के पास बने घाटों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की ड्यूटी लगा दी जाए। सभी लोग अपने-अपने सेक्टर के रंगीन गूगल मैप बना सोमवार कों अपने-अपने क्षेत्र की व्यवस्था दिखाएंगे और तुरंत बाद गूगल मैप की व्यवस्था को फील्ड में ले जाकर दिखाएंगे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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