हरिद्वार। अपर मेलाधिकारी रामजी शरण शर्मा ने कोविड-19 का जिक्र करते हुए कहा कि कई राज्यों में कोराना की दूसरी लहर सामने आ रही है, जिसे देखते हुए केंद्र सरकार ने भी चेतावनी जारी की है। हमें भी इस ओर सावधान रहने की जरूरत है। सोमवार को मेला नियंत्रण भवन में कुंभ मेले की व्यवस्थाओं के दृष्टिगत केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा जारी कोविड-19 की गाइडलाइन के संबंध में आयोजित बैठक में उन्होंने जागरूकता लाने और उसके अनुपालन के निर्देश दिए। अपर मेलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित धर्मशाला, होटल, रेस्टोरेंट, टैक्सी यूनियन, टूर एवं ट्रेवलर्स एसोसिएशन, व्यापार संघ, स्वयं सेवी संगठनों के पदाधिकारियों से पिछले स्नान पर्वों के अनुभवों की भी जानकारी ली। बैठक में संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा कि वे श्रद्धालु-यात्रियों से गाइडलाइन का पूरा पालन करायेंगे। साथ ही व्यापारियों ने कुंभ के लिए पास जारी करने की मांग की। जिससे उन्हें आने जाने में कोई दिक्कत न हो। होटल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि मुख्य स्नान के लिए उन श्रद्धालु यात्रियों को होटल तक आने दिया जाए जिनकी पहले से बुकिंग हो। उनके वाहनों के लिये नजदीकी क्षेत्रों में पार्किंग की व्यवस्था करने की बात कही। अपर मेलाधिकारी रामजी शरण ने कहा कि अगर आपके व्यवसायिक स्थलों में कोराना के लक्षण वाले आते हैं, तो उसकी सूचना तुरंत संबंधित को दें। अपर मेलाधिकारी ने सभी संगठनों के पदाधिकारियों से कहा कि वे अपने यहां के सभी फ्रण्ट लाइनर्स का वैक्सीनेशन कराना सुनिश्चित करें। बैठक में माया दत्त जोशी, प्रेमलाल, अनिल कुमार शुक्ला, योगेश सिंह मेहरा, मनीष कुमार सिंह, प्रत्युष सिंह, गौरव पाण्डेय, एपी वाजपेयी, सुन्दर सिंह सेक्टर मजिस्ट्रेट, डा. एचडी शाक्य एसीएमओ, डा. प्रदीप उनियाल, सीमा नौटियाल पर्यटन अधिकारी, महेश गौड़ अध्यक्ष धर्मशाला समिति, अंशुल जैन उपाध्यक्ष बजट होटल एसोसिएशन, उमेश पालिवाल अध्यक्ष ट्रेवल एसोसिएशन, गगन मेहरा बोर्ड मैम्बर बजट होटल एसोसिएशन, मिथलेश चैहान, राकेश अग्रवाल आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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