हरिद्वार। युवा कल्याण विभाग हरिद्वार के तत्वावधान में जनपद स्तरीय खेल महाकुंभ के तहत अंडर 17-19 बालक, बालिका वर्ग में एथलेटिक्स प्रतियोगिता का आयोजन स्पोटर्स स्टेडियम रोशबानाद में किया गया। प्रतियोगिता का उद्घाटन एवं पुरस्कार वितरण विधायक आदेश चैहान द्वारा किया गया। जनपद स्तर पर युवक मंगल दल में गोविन्दपुर, विकासखंड रुड़की प्रथम, पनियाला विकासखंड रुड़की द्वितीय एवं भौरी विकासखंड रुड़की ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। महिला मंगल दल में हथियाथल, विकासखंड रुड़की ने प्रथम, शान्तरशाह विकासखंड रुड़की ने द्वितीय तथा जलालपुर, विकासखंड रुड़की ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। बालक वर्ग में 100 मीटर में रुड़की के विनय कुमार प्रथम, नारसन के विशाल द्वितीय, रुड़की के रीतिक शर्मा तृतीय, 400 मीटर में नारसन के विशाल प्रथम, रुड़की के अंकुश कुमार द्वितीय, लक्सर के अंकुर तृतीय, 800 मीटर में खानपुर के मनदीप प्रथम, लक्सर के अरुण कुमार द्वितीय, नारसन के नितिन तृतीय, 1500 मीटर में खानपुर मनदीप प्रथम, लक्सर के अरुण कुमार द्वितीय, नारसन के आशीष तृतीय स्थान पर रहे। बालिका वर्ग में 100 मीटर में रुड़की की तनिशा राघव प्रथम, रुड़की की ही दिव्या यादव द्वितीय तथा नारसन की आंचल तृतीय, 400 मीटर में नारसन की आंचल प्रथम, भगवानपुर की कशिश द्वितीय, खानपुर की शिखा तृतीय, 800 मीटर में नारसन की काजल प्रथम, लक्सर की ज्योति द्वितीय, 1500 मीटर में नारसन की काजल प्रथम, खानपुर की शिखा द्वितीय तथा लक्सर की ज्योति ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस दौरान सहायक निदेशक युवा कल्याण एसके जयराज, जिला क्रीडा अधिकारी सुनील डोभाल, उपक्रीडा अधिकारी वरूण बेलवाल, प्रभारी जिला युवा कल्याण अधिकारी मुकेश कुमार भट्ट, जिला खेल समन्वयक चैधरी बालेश कुमार, योगेश चैहान, प्रवीण सैनी, अजय कुमार, पूनम मिश्रा, अवनीश कुमार आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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