हरिद्वार। शहरी विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री वंशीधर भगत, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार स्वामी यतीश्वरानंद ने गुरूवार को पंचायती अखाड़ा पहुचकर अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महंत नरेंद्र गिरि जी महाराज, अखाड़ा के सचिव और श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री महंत रविन्द्र पुरी जी महाराज से मिलकर कुंभ की व्यवस्थाओं पर चर्चा की। संतों ने उनको बताया कि अखाड़ों में शौचालय, बिजली, पानी की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। संतों ने भीड़ बढ़ने को देखते हुए शौचालयों की संख्या बढ़ाने की बात रखी। इस पर शहरी विकास मंत्री वंशीधर भगत ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि संतों के बताने के अनुसार अखाड़ों में शौचालय, सफाई व्यवस्था तत्काल दुरूस्त कराएं, अन्यथा उनके खिलाफ कड़ी कारवाई की जाएगी। उन्होंने गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वामी यतीश्वरानंद और भाजपा जिलाध्यक्ष डाॅ0 जयपाल सिंह चैहान के नेतृत्व में एक समिति गठित करने की घोषणा की, जो अखाड़ों में जाकर साधु संतों से मिलकर व्यवस्था की जानकारी लेगी। शहरी विकास मंत्री ने अखाड़ों में पानी की ढाई सौ लीटर की टंकी के स्थान पर बड़ी पानी की टंकी लगवाने के निर्देश दिए। यहां से निकलकर मा0 मंत्री जी बैरागी कैंप के बजरीवाला में बुधवार को हुए.अग्निकांड के प्रभावितों से मिले। उन्होंने उप जिलाधिकारी गोपाल सिंह चैहान से अब तक हुए राहत कार्य की जानकारी लेकर प्रभावितों के खाने पीने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। मंत्री जी एवं आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि ने कुंभ की व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा इस दौरान राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार स्वामी यतीश्वरानंद, भाजपा जिलाध्यक्ष डाॅ0 जयपाल सिंह चैहान, पंकज सहगल, सांसद प्रतिनिधि ओमप्रकाश जमदग्निक, अपर मेलाधिकारी रामजी शरण शर्मा, सिटी मजिस्ट्रेट जगदीश लाल, भाजपा नेता लव शर्मा, विक्रम भुल्लर आदि मौजूद थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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