हरिद्वार। कोरोना पीड़ितों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी को देखते हुए बंगाली अस्पताल ने अपना कोविड अस्पताल जनता के लिए खोल दिया है। 100 बेड के अस्पताल के साथ कोविड मरीजों के लिए 16 बेड की इमरजेंसी भी चालू रखने का निर्णय लिया है। अब तक अस्पताल में कोविड संक्रमित मरीजों का उपचार सिर्फ इमरजेंसी में प्राथमिक चिकित्सा देने के लिए किया जा रहा था, लेकिन कोविड अस्पतालों में बेड न मिलने की परेशानी को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने 100 बेड का कोविड अस्पताल तैयार कर लिया है, जिसमें मरीजों को भर्ती करने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। अस्पताल में 403 चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों की व्यवस्था की गई है। इस अस्पताल में शुरुआत में 8 आईसीयु बेड की व्यवस्था की गई है, जिसे आने वाले दिनों में जरूरत के अनुसार और बढ़ाया जाएगा। अस्पताल में सभी बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है। वार्ड में मरीज को भेजने से पहले उसे आपातकालीन सेवा कक्ष में रख तमाम जरूरी जांच की जाएगी। पॉजिटिव आने के बाद उसकी हालत को देखते हुए उसे वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment