हरिद्वार। कोरोना संक्रमण की रफ्रतार और अधिक तेज हो चला है। राज्य के साथ साथ जनपद में संक्रमण बेकाबू होने लगा है। शुक्रवार को 11सौ से अधिक कोरोना पाॅजिटिव की पहचान की गयी। संक्रमण की चपेट में चिकित्साकर्मी के साथ साथ सरकारी विभागों के अधिकारी भी आने लगे है। इनमें संतो के साथ साथ बीएचईलक के 48 लोग भी शामिल है। शुक्रवार को मेला एवं जिला चिकित्सालय के 5 के साथ साथ विकास भवन,कलेक्टेªट,आरटीओ कार्यालय के 27कर्मचारी भी पाॅजिटिव पाये गये है। जनपद में एक्टिव केस 25सौ से अधिक हो गये है। जबकि 38हजार से अधिक सैपल की रिर्पोट का इंतजार है। शुक्रवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी के ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार जनपद में कोरोना संक्रमण बेकाबू होने लगा है। जनपद में आज सबसे ज्यादा 1175 नये कोरोना मरीजों की पहचान हुई है,इसके साथ ही संक्रमितों की संख्या बढ़कर 24530 हो गयी है,हलांकि एक्टिव केस 2521 है। 1908मरीजों को होमआइसोलेशन में रखा गया है। 76मरीजों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया। फिलहाल अब तक 38670व्यक्तियों के सैपल का परिणाम आने बाकी है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ.एस.क.ेझा के अनुसार जनपद में 10कटेंनेमेंट जोन बनाये गये है। शुक्रवार को हरिद्वार अर्बन में 284,बहादराबाद में 247,रूड़की क्षेत्र में 334,भगवानपुर क्षेत्र में 102 के अलावा अन्य राज्यों के 171पाॅजिटिव केस शामिल है। शुक्रवार को मेला अस्पताल के दो तथा जिला अस्पताल के तीन,विकास भवन,कलेक्ट्रट परिसर तथा आरटीओं कार्यालय के 27कर्मी भी पाॅजिटिव पाये गये है। वही दूसरी ओर शुक्रवार को शासन द्वारा अवकाश घोषित किये जाने के बाद विभिन्न सरकारी कार्यालयों को सेनेटाइज कराया गया। शासन द्वारा तीन तक सरकारी कार्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया है। इस बीच लगातार कोरोना संक्रमण के बढ़ते दायरे के बाद आम लोगों में इसे लेकर चिंता नजर आने लगी है। निजी के बाद अब सरकारी अस्पतालों में रोजाना लगने वाली भीड़ से होने वाले संक्रमण से लोगों और चिकित्सकों को बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग कभी भी सरकारी अस्पतालों में चलने वाली ओपीडी पर ब्रेक लगा सकता है। इस संक्रमण को स्टाफ के साथ मरीजों में रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग अस्पतालों में संचालित होने वाली ओपीडी पर कभी भी रोक लगाने का निर्णय ले सकता है। जितनी संख्या में कोरोना मरीज सामने आ रहे हैं अब शायद स्वास्थ्य विभाग के पास इनके अलावा कोई दूसरा रास्ता भी नजर नहीं आ रहा। सीएमओ डॉ. एसके झा ने बताया कि मरीजों के साथ दिन रात सेवा देने वाले चिकित्सकों और स्टाफ की सुरक्षा भी जरूरी है। जिस तरह संक्रमण फैल रहा है उसे देखते हुए लगने लगा है कि ओपीडी पर थोड़ा विराम लगाना जरूरी हो गया है। अभी फिलहाल इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है, लेकिन हालात यदि और बिगड़ते है तो ओपीडी को बन्द किया जा सकता है।
Comments
Post a Comment