हरिद्वार। वाराणसी से कुंभ मेले में आए 125 साल के स्वामी शिवानंद के दर्शन व उनसे आशीर्वाद लेने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। उ.प्र.के वाराणसी स्थित शिवानन्द आश्रम के परमाध्यम स्वामी शिवानन्द इन दिनों कनखल में प्रवास कर रहे हैं। योग व अध्यात्म पर गहरी पकड़ रखने वाले स्वामी शिवानन्द ने स्कूली शिक्षा प्राप्त नहीं की लेकिन वे अंग्रेजी, हिंदी, बाग्ला भाषा फर्राटेदार बोलते हैं तथा 50 से अधिक देशों की यात्रा कर चुके हैं। उनके शिष्य व अनुयायियों का दावा है कि स्वामी विश्व के सबसे उम्रदराज व्यक्ति हैं। 1896 में वर्तमान बंगलादेश के हबीब गंज जिले में जन्मे स्वामी शिवानन्द अपनी लंबी आयु का रहस्य बताते हुए कहते हैं कि इंद्रियों पर नियंत्रण, संतुलित दिनचर्या, सादा भोजन, योग व व्यायाम के जरिए लंबी आयु पायी जा सकती है। उन्होंने बताया कि वे न तो फलों का सेवन करते हैं, ना ही दूध पीते हैं। केवल दाल रोटी व उबली सब्जियों का सेवन करते हैं तथा नंगे पैर चलते हैं। सवेरे तीन बजे उठने के बाद जप, योग, ध्यान, व्यायाम के साथ उनकी दिनचर्या शुरू हो जाती है। इसके बाद दिन भर धार्मिक व सामाजिक कार्यो में सक्रिय रहते हैं। स्वामी शिवानन्द ने कहा कि कुंभ मेला भारत की धार्मिक व सांस्कृतिक विरासत है। जिसे संत समाज ने अनादि काल से सहेजा हुआ है। स्वामी हीरामन ने बताया कि आगामी 8 अगस्त को अगरतला (त्रिपुरा) में स्वामी शिवानंद का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। इस दौरान नन्दा गौड़ाई, शिप्रा देवी चमन भट्टाचार्य, तपन देव, सपन मण्डल आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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