हरिद्वार। कुम्भ मेला के मुख्य शाही स्नान सम्पन्न हो जाने के बाद अब कोरोना संक्रमितों के मामलों में तेजी बरकरार है। कुंभ मेला जारी रहने के बीच धर्मनगरी हरिद्वार कोरोना का नया हॉटस्पॉट बनता जा रहा है। यहा पिछले चार दिनों में कोरोना वायरस के 1,701 नए संक्रमित मिले हैं। हरिद्वार के मुख्य चिकित्सा अधिकारी शंभु कुमार झा ने गुरुवार को कहा कि पिछले पांच दिनों में विभिन्न अखाड़ों के साधु-संतों और अनुयायियों के किए गए आरटी-पीसीआर और रैपिड एंटीजन टेस्ट जांच रिर्पोट के आधार पर यह संख्या सामने आयी है। हलांकि इसमें हरिद्वार से लेकर देवप्रयाग तक का पूरा मेला क्षेत्र शामिल है। ऐसा माना जा रहा है कि कुंभ मेला क्षेत्र में संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 2,000 तक बढ़ने की संभावना है। कुंभ मेला क्षेत्र 670 हेक्टेयर में फैला हुआ है, जिसमें ऋषिकेश सहित हरिद्वार, टिहरी और देहरादून जिले शामिल हैं। 12 अप्रैल को सोमवती अमावस्या और 14 अप्रैल को मेष संक्रांति के अवसर पर आयोजित दो शाही स्नान में हिस्सा लेने वाले 48.51 लाख लोगों ने खुलेआम कोविड-19 नियमों की धज्जियां उड़ाईं। इस दौरान किसी ने भी न ता मास्क लगाया था और न ही कोई सोशल डिस्टेंसिंग का ही पालन कर रहा था। काफी प्रयासों के बावजूद, पुलिस समय की कमी के कारण दो प्रमुख स्नान दिवस पर हर की पौड़ी घाट पर अखाड़ों में कोविड के मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) को लागू नहीं कर सकी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी के अनुसार कुंभ क्षेत्र में अखाड़ों को आवंटित क्षेत्रों में कोरोना जांच और टीकाकरण दोनों के आने वाले दिनों में और ज्यादा बढ़ने की संभावना है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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