हरिद्वार, आज सायं सात बजे हरकी पैड़ी से चंद कदमों की दूरी आस्था पथ पर दुनियां के सबसे बड़े दीपक को मेला अधिकारी दीपक रावत ने प्रज्वलित कर विधिवत इसका उद्घाटन किया। यह दीपक विश्व शांति व कोरोना से दिवंगत हुए कोरोना योद्धाओं को समर्पित किया गया। एक निजी कम्पनी ने इस विशाल दीए को कोलकाता में बनवाकर महाकुंभ के पवित्र अवसर पर हरिद्वार मेला प्रशासन को समर्पित किया। जहां एक ओर कुम्भ अपने चरम पर है वहीं ऐसे नायाब कामों को भी अमली जामा पहिनाया जा रहा है। मात्र 24च घंटे में इस विशाल दीपक का शानदार प्लेटफार्म बनवाकर इसे स्थापित भी कर दिया गया।इसके उद्घाटन के साथ जिज्ञासु श्रद्धालू अभी से इसके आसपास जुटने लग गये हैं।इस दीपक में एक साथ 2247 लीटर तेल पड़ता है। मेला अधिकारी दीपक रावत ने बताया कि यह दीपक हरिद्वार के पर्यटन के मानचित्र में शीघ्र ही जुड़ जाएगा और इसको देखने के लिए देश विदेश से आने वाले श्रद्धालु व पर्यटक निश्चित ही यहां जुटेंगे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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