हरिद्वार। भूपतवाला स्थित रानी गली में स्वामी सर्वेश्वर मुनि महाराज की अध्यक्षता में 13 अप्रैल से आयोजित किए जा रहे बहुकुण्डात्मक विष्णु लक्ष्मी महायज्ञ का बुधवार को समापन हो गया। यज्ञ में शामिल हुए श्रद्यद्धालुओं ने पूर्णाहूति करते हुए भगवान विष्णु से विश्व कल्याण व कोरोना मुक्ति की कामना की। स्वामी सर्वेश्वर मुनि महाराज ने कहा कि विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है। विष्णु लक्ष्मी महायज्ञ से निकलने वाली ऊर्जा के प्रभाव से कोरोना अवश्य ही समाप्त होगा। उन्होंने कहा कि महामारी से लड़ने के लिए हमें धैर्य रखना होगा। यज्ञ की अग्नि पर्यावरण की अशुद्धियों को समाप्त करने में निर्णायक भूमिका निभाती है। भगवान विष्ण की सच्चे मन से प्रार्थना आराधना करने से अवश्य ही मनुष्य के दुख दर्द दूर होते हैं। भगवान विष्णु की कृपा दृष्टि से कोरोना से मुक्ति मिलेगी। देश एवं विश्व से महामारी समाप्त होगी। स्वामी सर्वेश्वर मुनि ने कहा कि भगवान विष्णु की सच्चे मन से पूजा अर्चना करने से परिवारों में सुख समृद्धि का वास होता है। विष्णु लक्ष्मी महायज्ञ अवश्य ही विश्व का कल्याण करेगा। भारत देश कोरोना मुक्त होकर फिर से सुख समृद्धि के पथ पर अग्रसर होगा। आयोजक राजकुमार यादव व आचार्य सत्यनारायण ने कहा कि विष्णु लक्ष्मी महायज्ञ अवश्य ही कोरोना महामारी को समाप्त करने में सहायक सिद्ध होगा। समाजसेवी जेपी बड़ोनी ने कहा कि विष्णु लक्ष्मी महायज्ञ अवश्य ही प्रदेशवासियों के लिए लाभदायक सिद्ध होगा। स्वामी सर्वेश्वर मुनि महाराज की अध्यक्षता में तेरह अप्रैल से 21 अप्रैल तक चलने वाले महायज्ञ में अनेकों महापुरूषों ने यज्ञ में आहुति दी है। कोरोना महामारी को समाप्त करने में सभी को सहयोग करना होगा। सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए कोरोना की इस लड़ाई में सहयोग करें। इस अवसर पर राधेश्याम, बाबूलाल यादव, अमरसिंह, मनोहर वंश, लाला राम यादव, राजकुमार यादव, आचार्य सत्यनारायण सहित सभी ने विष्णु लक्ष्मी महायज्ञ की पूर्णाहूति में भाग लिया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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