Skip to main content

अखाड़े में नयी न्यायपालिका के गठन को लेकर बैठको का दौर जारी

 

हरिद्वार। श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े में नयी न्यायपालिका के चुनाव को लेकर सभी चारो मढ़ियों तेरह,चैदह,चार तथा सोलह में बैठको का दौर जारी है। सबसे बड़ी आबादी वाली 13मढी तथा 16मढ़ी में कई बैठको के बावजूद अभी तक पूरी लिस्ट फाईनल नही हो पायी है। शुक्रवार को एक बार फिर श्रीमहंत भल्ले गिरि की अध्यक्षता तथा वरिष्ठ श्रीमहंत चंचल गिरि तथा श्रीमहंत पूरण गिरि के संचालन में 13मढ़ी की बैठक हुयी,जिसमें मढ़ी के वरिष्ठतम पदाधिकारियों में जिनामें अन्र्तराष्टीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि महाराज,श्रीमहंत नारायण गिरि,श्रीमहंत पृथ्वी गिरि,श्रीमहंत बलराज गिरि,श्रीमहंत मोहन गिरि,श्रीमहंत देवेन्द्र गिरि,श्रीमहंत किशन गिरि,श्रीमहंत सुरेन्द्र गिरि सहित कई संत मौजूद थे ने गहन विचार विमर्श किया गया। बैठक में न्यायपालिका  में चयनित किए जाने के लिए कई नामों पर गभीरतापूर्वक विचार किया गया। इनमें महंत शातानदं गिरि,सोमनाथ गुजरात,महंत आनंद गिरि खंडेल गुफा म.प्र.महंत विद्यानंद गिरि पंजाब,महंत विशम्भर गिरी मध्यप्रदेश तथा विशम्भर गिरि गुजरात के नामों पर चर्चा हुई है। बताते चले कि वर्तमान न्यायपालिका का कार्यकाल पूरा हो चुका है और और 12 अप्रैल के शाही स्नान से पूर्व नयी न्यायपालिका की घोषणा कर दी जायेगी। जो कि 13अप्रैल को चार्ज संभाल लेगी। न्यायपालिका में चारों मढ़ियो से चार श्रीमहंत,चार अष्टकौशल महंत,सोलह सरदार व अन्य सदस्य चुने जाते है। प्रत्येक मढ़ी न्यायपालिका के लिए नाम तय करके देती है। अभी तक चार मढ़ी तथा 16मढ़ी अपने सदस्यों के नाम फाईनल किए है। 13मढ़ी तथा 14मढ़ी में अभी भी नामों पर सहमति नही बन पायी है। अखाड़े के अन्र्तराष्टीष्य संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि ने बताया 12अप्रैल से पूर्व की सूची फाइनल कर ली जायेगी  तथा 13 अप्रैल को नयी न्यायपालिका प्रभावी हो जाएगी। अन्तिम सूची का निर्णय वयोवृद्व सभापति श्रीमहंत सोहन गिरि,श्रीमहंत उमाशंकर भारती तथा संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि द्वारा किया जाएगा। जबकि चुनाव प्रक्रिया अन्र्तराष्टीय सचिव श्रीमहंत गणपत गिरि की अध्यक्षता में संचालित की जाएगी। नयी न्यायपालिका को उज्जैन,नासिक,प्रयागराज,काशी बैजनाथ,वृन्दावन,अयोध्या,खंदेल गुफा मध्यप्रदेश,कच्छ हरिद्वार सहित सभी ्रपमुख स्थानों का कार्यभार सौपा जायेगा।


Comments

Popular posts from this blog

गौ गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया

  हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है।  महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा

ऋषिकेश मेयर सहित तीन नेताओं को पार्टी ने थमाया नोटिस

 हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।

धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।