हरिद्वार। शाही स्नान के दौरान कनखल में पूर्णागिरी आश्रम परिसर में लगे टेंट में आग लगने से अफरातफरी मच गई। दरअसल, पांडाल में एक श्रद्धालु खाने में तड़का लगा रहा था। इसी दौरान तेल के आग पकड़ने के बाद नीचे बिछाई गई पुराल और पांडाल धू-धूकर जलने लगा। फायर ब्रिगेड ने मशक्कत कर आग पर काबू पाया। गनीमत रही कि गैस के 16 सिलेंडर फटने से बचा लिए गए। कनखल में संन्यास रोड पर स्थित पूर्णागिरी आश्रम में श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए परिसर में टेंट का पांडाल लगाया गया था। कुंभ स्नान को आए श्रद्धालुओं को इस पांडाल में ठहराया गया था। बुधवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे एक श्रद्धालु परिवार पांडाल के भीतर गैस पर खाना बना रहा था। अचानक तेल ने आग पकड़ ली। लौ उठने पर श्रद्धालुओं के हाथ से बर्तन छूटकर नीचे गिर गया, जिससे जमीन पर बिछाई गई पुराल में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने पूरे पांडाल को अपनी चपेट में ले लिया और श्रद्धालुओं में अफरातफरी मच गई। मेला क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों में संन्यास रोड की ओर से धुंआ उठता देख मेला कंट्रोल रूम ने मुख्य अग्निशमन अधिकारी नरेंद्र कुंवर के मोबाइल पर सूचना दी। जिस पर सीएफओ अपने साथ दो गाडियां लेकर संन्यास रोड की तरफ रवाना हो गए। टीम जब मौके पर पहुंची तो पांडाल में भीषण आग लगी हुई थी। आग इतनी विकराल थी कि पांडाल में रखा एल्यूमीनियम का भगोना आधा पिघल गया। दमकल टीम तत्काल श्रद्धालुओं और उनका सामान सुरक्षित कर आग बुझाने में जुट गई। टीम ने अंदर रखे 16 गैस सिलेंडरों को बाहर निकाल लिया। करीब एक घंटे की मेहनत के बाद आग बुझा ली गई। अग्निकांड में श्रद्धालुओं के कप
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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