हरिद्वार। कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते संक्रमण के बीच कुम्भ मेला 2021 के तहत बुधवार को रामनवमी के मौके पर स्नान पर्व को लेकर मेला पुलिस और प्रशासन पूरी तरह तैयार हो गया है। मेला पुलिस ने स्नान पर्व को लेकर मोर्चा संभाल लिया है। मेला पुलिस की ओर से जल पुलिस,बम स्कवायड की टीमें भ्ीा तैनात की गयी है। बुधवार को कुंभ का स्नान पर्व संपन्न होगा, जबकि एक शाही स्नान 27 अप्रैल को चैत्र पूर्णिमा के मौके पर होने वाले चैथे शाही स्नान का इंतजार है। वही मेला पुलिस ने रामनवमी स्नान को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। आईजी मेला संजय गुंज्याल ने ऑनलाइन पुलिसकर्मियों को दिशा निर्देश भी जारी कर दिए हैं। स्नान के दृष्टिगत जनपद की सीमाओं पर सख्ती बढ़ा दी गई है। बढ़ते कोरोना के संक्रमण को देखते हुए आईजी ने पुलिसकर्मियों से फेसशील्ड पहनकर ड्यूटी करने की अपील की है। मुख्य शाही स्नान के बाद काफी तादाद में पुलिसबलो को वापस भेज दिये जाने के कारण पिछले स्नानों की अपेक्षा इस बार जोन और सेक्टरों में भी बदलाव किया गया है। पूरे मेला क्षेत्र को 9 से घटाकार 04 जोन एवं सेक्टरों की संख्या 24 से घटाकर 11 कर दी गई है। इस बार कोरोना के संक्रमण के कारण सबसे फीका स्नान रामनवमी का हो सकता है। पिछले वर्ष 2010 के कुंभ में 10 लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया था। हलांकि स्नान पर्व की पूर्व संध्या पर हरिद्वार हरकी पैड़ी पर बेहद ही कम भीड़ दिखाई दी। मंगलवार सुबह हरकी पैड़ी पर भी सन्नाटा पसरा रहा। पार्किंग में वाहनों की संख्या 50 भी नहीं रही। भीड़ कम होने पर ट्रैफिक प्लान भी लागू नहीं किया गया है। बुधवार को भी कोई ट्रैफिक प्लान लागू नहीं किया जाएगा। हाईवे भी पूरी तरह चलता हुआ दिखाई दिया। भारी वाहनों को रोकने की व्यवस्था पुलिस ने की थी, लेकिन भीड़ कम होने के कारण जरूरत नहीं पड़ी। देर रात को पुलिस ने अपनी ड्यूटियां संभाल ली है। आईजी संजय गुंज्याल ने बताया कि स्नान की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कोविड-19 के नियमों का पालन कराया जाएगा। प्रत्येक जोन में प्रभारी अधिकारी के रूप में अपर पुलिस अधीक्षक और सेक्टरों में पुलिस उपाधीक्षक को नियुक्त किया गया है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment