हर घटना को सकारात्मक दृष्टिकोण से लेना चाहिए- कथा व्यास पंडित रामपाल शर्मा
• Sharwan kumar jha
हरिद्वार। श्रीमद् भागवतकथा सप्ताह के पांचवे दिन कथा व्यास अवकाश प्राप्त आईएएस पंडित रामपाल शर्मा शास्त्री ने नन्दोत्सव एवं गोर्वधन पूजा का विस्तार से वर्णन करते हुए कृष्ण के विभिन्न स्वरूपों की चर्चा की। इस दौरान कथा व्यास ने लोगों से कथा श्रवण से मिलने वाले पूण्य का महत्व बताते हुए कहा कि भगवान के नजरिये से हर चीज को तथा हर घटना को सकारात्मक दृष्टिकोण से लेना चाहिए। जो व्यक्ति सकारात्मक दृष्टिकोण को अपनाता है वह जीवन में हमेशा संतुष्ठ रहते हुए आगे बढ़ता रहता है। नन्द के घर उत्सव को विस्तार से समझाते हुए कथाव्यास ने कहा कि धरा पर कंस जैसे नकारात्मक शक्तियों का नास करने के लिए भगवान ने अवतार लिया। जीवन के लिए प्रकृति की पूजा को आवश्यक मानते हुए उन्होने गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा एवं पूजा की सार्थकता के बार में श्रद्वालु श्रोताओं को बताया। प्रेम नगर आश्रम के सभागार में श्री अमरनाथ बर्फानी सेवा समिति अलवर के तत्वावधान में आयोजित श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ में कथा आरंम्भ होने से पूर्व संस्था के संरक्षक कुन्ज मोहन शर्मा ने व्यास गदद्ी की पूजा अर्चना करने के दौरान कहा कि व्यस्तता से भरे इस मानव जीवन में अध्यात्म के जरिये शांति का एहसास होना परम आवश्यक है। उन्होने कहा कि कुम्भ नगरी में गंगा किनारे श्रीमद्भागवत कथा श्रवण करने वालों को निश्चित ही जीवन की दुश्वारियों से छुटकारा मिलती है। उन्होने कहा कि भगवान की लीला का विभिन्न स्वरूपों में वर्णन का श्रवण हमे जीवन जीने में सकारात्मक उर्जा भर देती है। श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह में राजस्थान के विभिन्न हिस्सों से आये श्रद्वालु आध्यात्मिक उर्जा का संवरण कर रहे है। पांचवे दिन के कथा विश्राम पर संस्था के पदाधिकारियों ने आरती उतारकर आध्यात्मिकता के साथ साथ सकारात्मकता को जीवन आचरण में उतारने का संकल्प दोहराया। आध्यात्मिक ज्ञान यज्ञ के पांचवे दिन संस्था अध्यक्ष मनोज शर्मा, सचिव छुठठन लाल सैनी,जय शिव गुप्ता,भागीरथ सोनी,के अलावा सुरेन्द्र सैनी,विकेश मनचन्दा,दिलीप मक्कड,दिलीप खण्डेलवाल,राजीव शर्मा तथा मनीष मिश्रा सहित बड़ी संख्या में श्रद्वालुगण शामिल हुये और कथा विश्राम के बाद प्रसाद वितरित किया गया।