हरिद्वार। मादक पदार्थो की तस्करी की रोकथाम के लिए गठित एन्टी ड्रग टास्क फोर्स टीम ने 30लाख की चरस के साथ एक आरोपी तस्कर को गिरफ्रतार किया है। हरिद्वार चरस सप्लाई करने के लिए आ रहे एक आरोपी को एसटीएफ की टीम ने हरिद्वार देहरादून की सीमा से गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से 6 किलो 55 ग्राम चरस बरामद हुई है। जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 30 लाख बताई जा रही है। बीते मंगलवार को एसटीएफ की एंटी ड्रग्स टास्क फोर्स को मुखबिर से सूचना मिली थी कि बागेश्वर से एक आरोपी अपनी गाड़ी में चरस की तस्करी कर हरिद्वार ला रहा है। जिस पर उपनिरीक्षक प्रियंका भारद्वाज अपनी टीम के साथ उत्तरी हरिद्वार के भूपतवाला चेक पोस्ट पर पहुंची और वाहनों की चेकिंग की शुरू कर दी। एक सफेद रंग की कार को रोका गया। कार में तीन लोग सवार थे। जांच की गई तो कार की खिड़की में छिपा कर रखी 6 किलो 55 ग्राम चरस बरामद हुई। पूछताछ में मालूम हुआ कि कार चालक मान सिंह दानू पुत्र खुशाल सिंह निवासी बोर बढिया कोट कपकोट बागेश्वर चरस को लेकर हरिद्वार आ रहा था। सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी मान सिंह दानू ने बताया कि वह बागेश्वर में गाड़ी चलाता है। खिलाफ सिंह पुत्र गंगा सिंह निवासी बागेश्वर के कहने पर वह चरस की तस्करी कर हरिद्वार में रहने वाले जसपाल पुत्र बहादुर सिंह को देने आ रहा था। आरोपी ने आरोपी मान सिंह को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य दो आरोपी खिलाफ सिंह और जसपाल को मुकदमे में नामजद कर दिया है। आरोपियों के खिलाफ शहर कोतवाली में एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। आरोपी को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में एडीटीएफ की उप निरीक्षक प्रियंका भारद्वाज, हेड कांस्टेबल प्रो.बाबू खान, प्रताप दत्त, आरक्षी नागरिक पुलिस अनूप नेगी शामिल रहे। दूसरी और बहादराबाद पुलिस ने मादक पदार्थो की तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत एक महिला को 150 ग्राम चरस के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस टीम में एसआई रंजीत सिंह, कांस्टेबल बारो, अरविन्द, महिला कांस्टेबल दर्शन कौर आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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