हरिद्वार। मेलाधिकारी दीपक रावत एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुम्भमेला जनमेजय खण्डूरी ने शनिवार को दक्ष पार्किंग बैरागी गौरीशंकर चण्डीघाट सेक्टर का औचक स्थलीय निरीक्षण किया। मेलाधिकारी ने सर्वप्रथम दक्ष पार्किंग का जायजा लिया तथा लक्सर व दिल्ली से आने वाली गाड़ियों की पार्किंग के सम्बन्ध में विचार.विमर्श किया तथा वहां की व्यवस्थाओं के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली। इसके पश्चात वे बैरागी कैम्प का निरीक्षण करते हुये गौरीशंकर दीप पहुंचे। सेक्टर मजिस्ट्रेट गौरीशंकर ने मेलाधिकारी को लाइट व्यवस्था के बारे में बताया। वहां से वे बिजनौरए मुरादाबादए नैनीताल जाने वाली रोड श्यामपुल तिराहा क्रासिंग पहुंचे। वहां पर मेलाधिकारी और अन्य अधिकारियों ने बसों को पार्किंग कराने के बाद श्रद्धालुओं को शटल बस की सेवा देने के सम्बन्ध में विचार.विमर्श किया। दीपक रावत ने चण्डीपुल के नीचे अस्थाई पुलों एवं घाटों का निरीक्षण किया तथा भीड़ बढ़ने पर अस्थाई घाटों पर श्रद्धालुओं को स्नान कराने तथा गंगा में पानी के लेबल के सम्बन्ध में चर्चा की। मेलाधिकारी ने चण्डीपुल चैकी के पास नीचे की ओर बन रहे रैम्प का भी निरीक्षण कियाए जहां से श्रद्धालु चण्डीघाट तथा बन रहे अस्थाई पुल होते हुये गौरीशंकर पार्किंग जा सकेंगे। दीपक रावत ने निरीक्षण के दौरान चण्डीपुल के नीचे निवास करने वाले मिर्ची बाबाए जो सिर्फ दूधए चाय तथा मिर्च का ही सेवन करते हैं एवं गौरीशंकर सेक्टर में 40 साल से एक हाथ ऊपर किये हुये महन्त भोलागिरी जी महाराज तथा 13 साल से खड़े रहने वाले बाबाए महांकुम्भ के आकर्षणों के भी दर्शन किये। औचक निरीक्षण के दौरान मनीष सिंहए सेक्टर मजिस्ट्रेट सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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