हरिद्वार। गिरवर नाथ जनकल्याण धर्मार्थ ट्रस्ट द्वारा श्यामपुर ऋषिकेष मे गरीब परिवार की बिटिया की शादी में घरेलू सामान व खादय सामग्री आदि उपहार स्वरूप देकर मदद की। ट्रस्ट के चेयरमैन कमल खड़का ने बताया कि श्यामपुर ऋषिकेश निवासी आर्थिक रूप से कमजोर परिवार सगाई के दो साल बाद भी बिटीया की शादी नहीं कर पा रहा था। इसकी जानकारी मिलने पर उन्होंने ट्रस्ट के अन्य पदाधिकारियों से विचार विमर्श कर मदद करने का फैसला किया। परिवार से संपर्क कर घरेलू सामान व बारातियों के स्वागत के लिए भोजन आदि की व्यवस्था की गयी। बुधवार को बिटीया की शादी समारोह में पहुंचकर संस्था के सभी पदाधिकारियों व सदस्यों ने वर वधू का आशीर्वाद प्रदान किया। कमल खड़का ने कहा कि ट्रस्ट गरीब, असहाय निर्धन परिवारों के उत्थान में निरन्तर सहयोग प्रदान कर रहा है। ट्रस्ट की सदस्य काजल मल्ल ने कहा कि निस्वार्थ सेवा भाव से ही ट्रस्ट को पहचान मिल रही है। श्यामपुर की बिटिया को ट्रस्ट के द्वारा मिलजुल कर उपहार प्रदान किए गए। ट्रस्ट महिलाओं व बालिकाओं के अधिकारों के प्रति भी सजगता से काम कर रही है। निर्धन परिवारों की बेटियों के जीवन स्तर में सुधार लाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। सपना व पूर्णिमा शर्मा ने कहा कि ट्रस्ट के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किए जाएंगे। इस अवसर पर बाबा नन्दलाल महाराज, स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी हरिहरानंद महाराज, डा.पदम प्रसाद सुवेदी, लोकनाथ सुवेदी, रामप्रसाद, बिजेंद्र बजाज, बबलू शर्मा, लोक बहादुर मल्ल, श्याम बोहरा, काजल मल्ल, कमला थापा, रोजी, आशा, अनीता, राकेश, व्यास प्रधान, कमल सेठी, मनोज बिष्ट, जयसिंह, मानवीर चैहान, सपना, पूर्णिमा शर्मा, गीता देवी, सचिन भारद्वाज, ठाकुर सिंह, योगेश सोनी, दीपक सोनी, सोम भटराई आदि ने सहयोग किया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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