हरिद्वार। जनपद में 10 दिनों से बंद कोरोना वैक्सीनेशन का काम फिर से शुरू हो गया है। बताते चले कि सरकार की ओर से वैक्सीनेशन का कार्य प्रारम्भ किये जाने के बाद वैक्सीन की कमी के चलते कई बार वैक्सीनेशन का कार्य रोकना पड़ा। वैक्सीन का डोज नही आने की वजह से पिछले 10 दिनों से वैक्सीनेशन प्रोग्राम पूरी तरह से बंद था ,18 से 45 साल तक के लोगों को वैक्सीन लगाई जानी थी, लेकिन वैक्सीन की कमी से तकरीबन 140 वैक्सीन सेंटरो पर ताला लटक गया था,,हालांकि शनिवार को हरिद्वार में 15 हजार वैक्सीन पहुंच चुकी हैं, जिसके बाद तकरीबन 40 टीकाकरण सेंटरों पर वैक्सीनेशन का काम फिर से शुरू हो गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅक्टर शंभू कुमार झा ने बताया कि वैक्सीन की कमी से टीकाकरण का काम कुछ दिन के लिए रोका गया था लेकिन जिले को फिर से 15,000 वैक्सीन मिल गई है जिसके बाद टीकाकरण प्रक्रिया फिर से शुरू हो गई है और फिलहाल अभी 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीकाकरण हो रहा है उन्होंने बताया कि वैक्सीन की कमी से कुछ दिक्कतें आई हैं लेकिन राज्य सरकार को फिर से डिमांड भेजी गई है ताकि हरिद्वार में वैक्सीनेशन का काम तेजी से किया जा सके।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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