हरिद्वार। जिलाधिकारी सी0रविशंकर के निर्देशन, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 एस0के0झा0 के मुख्य संयोजन एवं रेड क्रास सचिव डा0 नरेश चैधरी के संयोजन में जनपद हरिद्वार के ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में कोविड-19 वैक्सीन सेन्टर पर वरिष्ट नागरिक एवं 45 वर्ष से अधिक आयु के लाभार्थियों को कोविड-19 वैक्सीन लगायी जा रही है। ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में कोविड-19 वैक्सीन सेन्टर, जिसमे वरिष्ट नागरिकों एवं 45 वर्ष से ऊपर के लाभार्थियों को कोविड-19 वैक्सीन की प्रथम एवं द्वितीय डोस दी जा रही है। सभी कोविड-19 वैक्सीन सेन्टरस पर इण्डियन रेडक्रास के सचिव डा0 नरेश चैधरी के नेतृत्व में रेडक्रास स्वयंसेवक बढ चढकर सहयोग कर रहे हैं। 45 वर्ष से 60 वर्ष के मध्य आयु वर्ग के लाभार्थियों में कोविड-19 वैक्सीन लगवाने के लिये भी विशेष उत्सुकता दिखाई दी। कोरोना के केस बढने के कारण जन समुदाय में वैक्सीन लगाने के प्रति जागरूकता बढी है। वैक्सीन सेन्टर पर वैक्सीन लगवाने वाले लाभार्थियों ने रेड क्रास सचिव डा0 नरेश चैधरी एवं वैक्सीनेशन सैन्टरस पर सहयोग करने वाले सभी रेडक्रास स्वयंसेवकों तथा स्वास्थ्य कार्यकत्रियों की विशेष सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया। वैक्सीन टीम में विकास देशवाल, तनुजा नौटियाल, डा0उर्मिला पाण्डेय, शैलजा, सलोनी, श्रीमती पूनम, सतेन्द्र नेगी, अंकित कुमार, विजयपाल ने सक्रिय सहभागिता की। वैक्सीनेसन का कार्य स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ रेड क्रास सचिव डा0 नरेश चैधरी के नेतृत्व में रेडक्रास स्वयं सेवक बढ चढकर सहयोग कर रहे हैं। ऋषिकुल महाविद्यालय कोविड-19 वैक्सीनेसन सेन्टर पर विशेषकर चलने फिरने में असमर्थ,अति वरिष्ठ नागरिकांे को, उनकी गाडी में ही बैठे हुए वैक्सीन लगवाने की गई सुविधाओं की, वैक्सीन लगवाने के बाद सभी लाभार्थी, नागरिक, जनप्रतिनिधि, साधु संत एवं पत्रकार बन्धु रेड क्रास सचिव डा0 नरेश चैधरी एवं उनकी सम्पूर्ण टीम की विशेष सराहना कर रहे हैं। नगर मजिस्ट्रेट जगदीश लाल ने भी आज वैक्सीनेशन सेन्टर पर पहुंचकर अपनी धर्मपत्नी श्रीमती मंजू देव को कोविड-19 वैक्सीन लगवाई।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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