हरिद्वार। इण्टरनेशनल गुडविल सोसायटी आफ इण्डिया हरिद्वार चेप्टर एवं मानवाधिकार संरक्षण समिति के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय वेबीनार ‘‘वर्तमान समय में कोविड-19 की महामारी से त्रस्त मानवीयता के संरक्षण एवं सर्वधन हेतु‘‘ आयोजित हुआ। वेबिनार की अध्यक्षता इं0 मधुसूदन आर्य, राष्ट्रीय अध्यक्ष, मानव अधिकार संरक्षण समिति ने की। वेबिनार के मुख्य अतिथि डा0 आर0के0 भटनागर सेवानिवृत्त आई.ए.एस., सेक्रेट्री जनरल इण्टरनेशनल गुडविल सोसायटी विशिष्ट अतिथि ने कहा कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है, ऐसे में अगर आप अपने परिवार को इससे बचाना चाहते हैं तो आपके पास सिर्फ एक ही विकल्प बचा है। आपको सोशल डिस्टैंसिंग पर ध्यान देना होगा। यानी दूरी बनानी होगी, हर उस जगह से जहां भीड़-भाड़ होती है। पूर्व एडिशनल कमिश्नर, जी0एस0टी0, वी0पी0 सिंह ने मुख्य वक्ता के रूप में कहा करोना का सीधा अटैक हमारे फेफड़ों पर हो रहा है। यदि आपने समय रहते अपने फेफड़ों की हिफाजत नहीं की तो बाद में काफी देर हो सकती है। बता दें कि यह वायरस पहले से अब कहीं ज्यादा मजबूत हो गया है और महत्वपूर्ण अंगों पर हमला करने लग गया है। इसलिए हमें अपनी डाइट को बदलना होगा और ऐसी चीजों को खाने से बचना होगा, जो हमारे फेफड़ों के लिए नुकसानदायक हो सकती हैं। प्रतिकुलपति पतंजली विश्वविद्यालय, वैदिक मनीषी डा0 महावीर अग्रवाल ने कहा भारत की भूमि ऋषि मुनि और संतों की भूमि है। यह वसुंधरा संत मुनि के त्याग, वैराग्य और बलिदानों पर टिकी है। वर्तमान में लोग अपने भौतिक सुख-सुविधाओं के लिए जंगल काटकर इस धरती को पेड़ विहीन बना रहे हैं। कोरोना वायरस महामारी के खतरे के बीच देश के कई राज्यों में ऑक्सीजन की भारी किल्लत देखने को मिल रही हैं। इतना ही नहीं कई जगहों पर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी भी देखने को मिल रही हैद्य वहीं मानवता के दुश्मन इस आपदा में कमाई का मौका देख रहे हैंद्य देश के कई राज्यों से ऑक्सीजन, रेमडेसिविर और अन्य जरूरी दवाइयों की कालाबाजारी की खबरें सामने आई हैंद्य इस मुश्किल वक्त में कालाबाजारी का धड़ल्ले से चल रही है, जिस पर सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए। मानवाधिकार संरक्षण समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष इं0 मधुसूदन आर्य ने वेबिनार की अध्यक्षता करते हुये कहा कि मानव अधिकार संरक्षण कि स्थापना 2011 में हरिद्वार में हुई। उन्होने कहा यह संस्था मानव के अधिकारों के लिए कार्य करती आ रही है। कोविड-19 की महामारी ने न केवल वैश्विक स्तर पर किसी महामारी से निपटने की मानवता की तैयारियों का इम्तिहान लिया है। बल्कि, इस महामारी ने तमाम देशों के बीच आपसी सहयोग और उत्तरदायित्व बांटने की क्षमता की परीक्षा भी ली है। डा0 अशोक कुमार आर्य ने कहा कि कोविड-19 महामारी की वजह से यह वर्ष पूरी दुनिया में मानवता के लिए बहुत ही कठिन रहा है। इससे निपटने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल व्यवस्था और आम जनता की तरफ से एकजुट प्रतिक्रिया की जरूरत है। उन्होने कहा कि इस कठिन स्थिति से निपटने की सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल व्यवस्था की सफलता इस बात पर निर्भर है कि मानव अधिकारों के सम्मान के हमारे आधार की जड़ें कितनी गहरी हैं। यह समय हमारी इस प्रतिबद्धता को फिर दोहराने का है कि राज्य की सभी नीतियों का आधार मानवाधिकार होने चाहिए। पूरा विश्व इस समय संकट के बहुत बड़े गंभीर दौर से गुजर रहा ह। इस बार ये संकट ऐसा है, जिसने विश्व भर में पूरी मानवजाति को संकट में डाल दिया है। ऐसे में अपने को सुरक्षित रखते हुये अपने आस पास के लोगों का सहयोग करें ऋषिकुल आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज की रीडर डा0 मनीषा दीक्षित ने कहा कोरोना महामारी के इस पूरे समय में चारों ओर बेड व आक्सीजन की कमी है। देश के कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद एक बार फिर ऑक्सीजन सिलिंडर और रेमडेसिविर को लेकर मारामारी का दौर शुरू हो गया है. कोविड के इलाज में शामिल रेमडेसिविर इन दिनों तय कीमत से 1000 गुना ज्यादा की कीमत पर बिक रही है। इस संक्रमित बीमारी से बचने और इसे शरीर से खत्म करने के लिए आयुर्वैद की चर्चा लगातार सामने आई है। आयुर्वेद ने जहां शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है वहीं कई बार तो यह काढ़े के रूप में असरदार भी सिद्ध हुआ है। गुरुकुल विद्यालय विभाग के डॉ योगेश शास्त्री ने वेबिनार का संचालन करते हुये कहा सभी सुबह शाम सेंधा नमक का ग्लारे करते रहे, काढ़ा पिये तथा सुरक्षित रहते हुये अपने कर्तव्यों पालन करेंद्य कार्यक्रम में संरक्षक जगदीश लाल पाहवा, प्रसिद्ध समाजसेवी तोष जैन, डाइरेक्टर देशरक्षक औषधालय, एडवोकेट गोपाल शर्मा, लायन एस0आर0 गुप्ता, हेमन्त सिंह नेगी, डा0 प्रेम प्रकाश, संदीप, राजीव राय, जितेन्द्र कुमार शर्मा, विमल गर्ग, आर0के0 गर्ग, अरविन्द सिंह, दिनेश चन्द्र शर्मा, डा0 पी0के0 शर्मा, रेखा नेगी, अंकुर गोयल सहित कई गणमान्य लोग शामिल हुए।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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