हरिद्वार। अखिल भारतीय वैष्णव अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री व श्रीपंच निर्मोही अनी अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज ने कहा कि कोविड महामारी को लेकर देश में चिंताजनक स्थिति बनी हुई है। कोविड से बड़ी संख्या में लोग जान गंवा चुके हैं। जो कि बेहद दुखद है। श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज ने कहा कि कोविड से निपटने के लिए सरकार को प्रभावी कदम उठाने के साथ महामारी में सर्वाधिक प्रभावित गरीब मजदूर वर्ग की मदद भी करनी चाहिए। कोविड की वजह से लगाए गए लाॅकडाउन व क्रफ्यू के चलते प्रतिदिन दिहाड़ी मजदूरी कर परिवार चलाने वाले लोगों को काम नहीं मिल रहा हे। जिससे उनके सामने परिवार के लिए भोजन जुटाना भी मुश्किल हो रहा है। सरकार ऐसे वर्गो की मदद करते हुए राशन उपलब्ध कराने के साथ उन्हें नकद आर्थिक सहायता भी देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मठ, मंदिरों में कार्य करने वाले पुजारियों व अन्य कर्मचारियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मठ, मंदिर, आश्रम, अखाड़े श्रद्धालु भक्तों से मिलने वाली दान राशि से ही अपनी व्यवस्थाएं संचालित करते हैं। दान से मिलने वाली राशि से पुजारियों व अन्य कर्मचारियों को वेतन भुगतान के साथ सेवा प्रकल्पों का संचालन किया जाता है। लेकिन गत वर्ष कोरोना महामारी के शुरू होने पर किए गए लाॅकडाउन के बाद श्रद्धालुओं के नहीं आने से धर्म स्थानों को मिलने वाली दान की राशि में भारी कमी आयी है। अब कोरोना की दूसरी लहर आने पर संकट का सामना कर रहे मठ, मंदिर, आश्रम, अखाड़ों को भी सरकार को सहायता उपलब्ध करानी चाहिए। श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए सरकार को टीकाकरण अभियान में तेजी लानी चाहिए। जल्द से जल्द सभी को कोरोना वैक्सीन का टीका लगाए जाए। जिससे लोग बीमारी से सुरक्षित रह सकें।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment