हरिद्वार। जिला उपभोक्ता आयोग ने के उपरांत भी कमरा और हॉल ना देने पर दायर की गई शिकायत स्वीकार करते हुए स्थानीय होटल मैनेजर को उपभोक्ता सेवा में कमी करने का दोषी पाया है। आयोग ने उसे बुकिंग में दिए गए 18 हजार छह प्रतिशत वार्षिक ब्याज की दर से, मानसिक व शारिरिक क्षतिपूर्ति के रूप में 25 हजार और शिकायत खर्च व अधिवक्ता फीस के रूप में दस हजार रुपये शिकायतकर्ता को अदा करने के आदेश दिए हैं। वहीं होटल विनायक रानीपुर मोड़ के मैनेजर के विरुद्ध दायर शिकायत निरस्त कर दी गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार शिकायत कर्ता मनोज पुत्र सावन राम निवासी मौहल्ला कोटरावान ज्वालापुर ने उपभोक्ता आयोग हरिद्वार मैं मैनेजर, होटल न्यू शिवमूर्ति ऑफिस श्रीनाथ नगर ज्वालापुर व मैनेजर, होटल विनायक रानीपुर मोड़ हरिद्वार के विरुद्ध एक शिकायत दर्ज कराई थी। दायर शिकायत में बताया कि उसने 20 नवम्बर 2019 को अपनी पुत्री की शादी की थी। जिसके लिए शिकायतकर्ता ने होटल न्यू शिवमूर्ति में वर वधू के अल्प प्रवास के लिए एक कमरा व हॉल पांच हजार रुपये में बुक कराया था। उसी दौरान शिकायतकर्ता ने दो हजार रुपये एडवांस बुकिंग दे दिए थे। जबकि शेष तीन हजार रुपये विवाह कार्यक्रम के संपन्न होने के बाद देने तय किया था। परंतु तय तिथि पर शिकायतकर्ता व उसके मेहमान होटल पर पहुंचे, तो मैनेजर ने हॉल व कमरा देने से मना कर दिया था। यही नहीं, दूसरी बुकिंग का हवाला देते हुए इंकार कर दिया था। इसके बाद शिकायतकर्ता तत्काल ही होटल विनायक पर गया,जहां होटल विनायक के मैनेजर ने उससे 18 हजार रुपये हॉल बुकिंग करने के लिए थे। जिसपर शिकायतकर्ता को काफी मानसिक, शारिरिक कष्ट व आर्थिक नुकसान पहुंचा था। जबकि बचाव पक्ष की ओर से बताया गया कि शिकायत गलत तथ्यों के आधार पर दायर की गई है दोनों पक्षों के तर्को को सुनने के उपरांत शिकायत की सुनवाई के बाद आयोग अध्यक्ष कंवर सैन, सदस्य विपिन कुमार व अंजना चड्डा ने मैनेजर, होटल न्यू शिवमूर्ति को उपभोक्ता सेवा में कमी व लापरवाही बरतने का दोषी ठहराया निर्णय सुनाया है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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