हरिद्वार। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रेरणा से सेवा भारती हरिद्वार द्वारा सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज सेक्टर-2, भेल में 35 बेड का कोविड केयर आइसोलेशन सेंटर का शुभारंभ जिलाधिकारी सी रविशंकर ने किया। आइसोलेशन सेंटर के साथ ही आरएसएस द्वारा ऑक्सीजन बैक, एम्बुलेंस, मेडिकल किट व अंतिम संस्कार के लिए निःशुल्क उपले वितरण की भी व्यवस्था प्रारम्भ कर दी है। इस अवसर पर जिलाधिकारी सी.रविशंकर ने आरएसएस व सेवा भारती के सेवा कार्य की सहराना करते हुए कहा कि देश इस समय कोरोना महामारी से गुजर रहा है। ऐसे में समाजसेवी संस्थाओं की सेवा की समाज को अत्यंत आवश्यकता है। समाज आगे बढ़ कर प्रशासन का सहयोग करे ताकि इस आपदा से जल्द से जल्द निजात पाई जा सके। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन अपने स्तर से व्यवस्था बनाने में जुटा है। यदि ऐसे में सामाजिक संस्थाओं का सहयोग मिल जाता है तो हम सब मिलकर इस महामारी का डट कर मुकाबला कर सकेंगे। इस मौके पर आरएसएस के क्षेत्र प्रचार प्रमुख पदम् सिंह ने कहा कि जब-जब समाज पर कोई विपत्ति आई है। तब-तब संघ निस्वार्थ भाव से सेवा करने सड़को पर उतरा है। विभाग प्रचारक शरद कुमार ने बताया कि हरिद्वार में सेवा भारती के माध्यम से 35 बेड का कोविड केयर आइसोलेशन सेंटर के साथ ही आक्सीजन बैक, एम्बुलेंस, मेडिकल किट व अंतिम संस्कार के लिए निःशुल्क उपले वितरण की व्यवस्था की गई है। जबकि इससे पूर्व रुड़की के कार्यकर्ताओं द्वारा 25 बेड का आइसोलेशन सेंटर व एम्बुलेंस संचालित की जा रही है। इस मौके पर रानीपुर नगर संचालक वकील शर्मा, सरस्वती विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य नरेश चैहान, शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य कमल रावत, आचार्य प्रवीण कुमार, डा.अश्वनी कंसल, सेवा भारती प्रान्त सहमंत्री महेश काला, डा.अजय पाठक, मंत्री दिनेश चंद्र सकलानी, नगर अध्यक्ष कैलाशचंद्र शर्मा, नगर मंत्री आनन्द प्रकाश टुटेजा, मनोज शुक्ला, प्रचारक प्रभात मदन, अमित त्यागी, अमित शर्मा, प्रभात कुमार, विकास तिवारी आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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