हरिद्वार। कल रात से लगातार तेज बारिश हो रही है जिसके चलते मोती बाजार मैं एक चूड़ी वाला विक्रेता की दुकान में पानी भर गया। जब भी हरिद्वार में तेज बारिश होती है बाजारों में पानी भर जाता है। हरिद्वार का मोती बाजार से लेकर विष्णु घाट तक नहर में तब्दील होते हुए नजर आते हैं। व्यापारी कई बार मंत्री और विधायकों को अपनी समस्या बता चुके हैं लेकिन अभी तक व्यापारी की इसी समस्या से जूझ रहा है। हरिद्वार में कई बार लोगों की दुकान में पानी भी घुस चुका है और दुकान में रखा लाखों के माल का नुकसान हो जाता है। इससे पहले भी जो मंत्री रहे विधायक रहे उन्होंने कभी मोती बाजार की समस्या पर ध्यान नहीं दिया ना ही कभी बाजारों में बने नालों की सफाई कराई जाती है। पहले भी इसी तरह जब भी तेज वर्षा हुई है पहाड़ों से मिट्टी बहकर नालों में भर जाती है जिसके चलते पूरी तरह से नाले जाम हो जाते हैं और पानी की निकासी नहीं हो पाती है तो सारा पानी दुकानों में जाकर भर जाता है। इससे दुकानदारों को काफी नुकसान होता है पहली बारिश ने ही हरिद्वार नगर निगम की पोल खोलदी हैं जिससे ये विडियो आप देख सकते किस तरह एक व्यापारी की दुकान में पानी भरा हुआ नजर आ रहा है। दुकान का स्टाफ द्वारा बाल्टी से पानी बाहर निकाल कर फेंक रहा है। वरिष्ठ व्यापारी नवकर नोवेल्टी वाले के प्रतिष्ठान में बारिश का पानी गुसने लाखो का सामान खराब हो गया। संजय त्रिवाल जिला महामंत्री प्रान्तीय उद्योग व्यापार मण्डल ने हरिद्वार नगर निगम के कार्यो की निंदा की और उनका कहना है की पहली बारिश नहीं नगर निगम की पोल खोल कर रख दि है जो पैसा नालो की सफाई के लिए आया हैं सभी ठिकाने लगा दिया जाता हैं। वैसे ही व्यापारी 1 साल से कोरोना बीमारी से जूझ रहा है पूरी तरह से व्यापारियों को व्यापार चैपट हो चुका और अब बारिश ने भी व्यापारियों की कमर तोड़ कर रख दिया है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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