हरिद्वार। कुंभ मेले के बाद और ज्यादा चरमराई सफाई व्यवस्था से नाराज होकर भाजपा पार्षदों ने नगर निगम में मेयर और नगर आयुक्त के खिलाफ धरना दिया। दोनों के खिलाफ पार्षदों ने जमकर नारेबाजी कर गंभीर आरोप लगाए। अधिकारियों ने पार्षदों को समझाने का प्रयास किया। इसके बाद पार्षदों ने अधिकारियों के आश्वासन पर धरना स्थगित कर दिया। मंगलवार को भाजपा पार्षद दल ने नगर निगम पहुंचकर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद सभी धरने पर बैठ गए। नेता प्रतिपक्ष सुनील अग्रवाल गुड्डू ने कहा कि कुंभ मेला खत्म होने के बाद कनखल क्षेत्र में सफाई व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतर गई है। जगह-जगह गंदगी के अंबार लगे हुए हैं। मेयर और नगर आयुक्त शहर की सफाई व्यवस्था को सुधारने में असफल साबित हुए हैं। जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है। कूड़े के ढ़ेरों से दुर्गंध के कारण लोगों का जीना मुहाल हो गया है। कोरोना काल में सफाई न होने से लोगों को संक्रमण का और ज्यादा डर सता रहा है। सफाई तो दूर सेनेटाइजेशन भी नहीं किया जा रहा है। प्रशांत सैनी ने कहा कि पिछले काफी समय से सफाई व्यवस्था बदहाल पड़ी हुई है। कुंभ मेला प्रारंभ होने के बाद सफाई व्यवस्था में थोड़ा सुधार आया था। लेकिन कुंभ का समापन होने के बाद से कनखल से कूड़ा ही नहीं उठ रहा है। शहर के अन्य इलाकों का हाल भी बुरा है। उन्होंने आरोप लगाया कि जगजीतपुर में निगम की भूमि पर सीएनजी स्टेशन की अनुमति दे दी गई है। लेकिन वहां से निगम को किराया तक नहीं मिल रहा है। कोई आमदनी नहीं हो रही है। वहीं पार्षदों के धरने पर बैठने के बाद सहायक नगर आयुक्त महेंद्र सिंह यादव व अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर उन्हें शांत कराया। कार्यालय ले जाकर उन्हें समस्या का आश्वासन दिया। जिसके बाद पार्षदों का गुस्सा शांत हो पाया है। धरना देने वालों में अनिरुद्ध भाटी, राजेकृष्ण शर्मा, नितिन माना शर्मा, विनीत जौली, शुभम मंदौला, सचिन अग्रवाल आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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